शिवपुरी (हि.स.)। शिवपुरी जिले के कोलारस थाने में पदस्थ एएसआई राकेश बंजारा ने रविवार की देर दोपहर थाने में ही जहर गटक लिया। हालत बिगड़ने पर दरोगा को पहले कोलारस स्वास्थ्य केंद्र और बाद में उसकी गंभीर हालत के चलते शिवपुरी मेडिकल कॉलेज और उसके बाद ग्वालियर रैफर कर दिया गया है।
गौरतलब है कि शिवपुरी जिले में गौवंश से भरे वाहनों को सुरक्षित बाहर निकलवाने का ठेका पुलिस लाखों रूपए में करती आई है और यह सिलसिला पिछले लंबे समय से चलता आ रहा है, इस पूरे मामले में अवैध वसूली का खेल स्थानीय पुलिस थाने से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचने के आरोप समय समय पर सामने आते रहे हैं।
टीआई पर लगाए प्रताड़ना के आरोप
कोलारस थाने में पदस्थ एएसआई राकेश बंजारा ने उपचार के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि कल यानि शनिवार को थाने में पदस्थ दिलीप दीवान, अवतार व नरेश दीवान ने कट्टू (गौवंश) से भरे दो ट्रक पकड़े थे। जिसमें से एक ट्रक लेनदेन कर मौके पर ही छोड़ दिया, जबकि दूसरा पकड़ लिया था। राकेश ने बताया कि उक्त ट्रक के खिलाफ कार्रवाई के लिए टीआई कोलारस अजय जाट मुझ पर दबाव बना रहे थे, जबकि मेरा कहना था कि जिस मामले की मुझे जानकारी ही नहीं है, उसमे कार्रवाई कैसे कर दूं।
परेशान होकर खाई चूहे मारने की दवा
राकेश का तो यहां तक कहना है कि थाने में लेनदेन का काम उक्त तीनों दीवान करते हैं और मुझे प्रताड़ित करके मेरे खिलाफ रोजनामचे में झूठी रिपोर्ट डाल देते हैं। मैंने अपनी समस्या से टीआई सहित एसडीओपी व पुलिस अधीक्षक को भी अवगत कराया, लेकिन जब कहीं सुनवाई नहीं हुई, तो मैने आज परेशान होकर चूहे मारने की दवा खा ली। इस पूरे मामले की जानकारी लगते ही अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक संजीव मुले कोलारस पहुंचे जिनके द्वारा मामले में जांच कर कार्रवाई करने की बात की जा रही है।
रोज गुजर रहे हैं गौवंश से भरे वाहन
शिवपुरी जिले की सीमा से पिछले लंबे समय से गौवंश से भरे वाहनों की निकासी चर्चा में बनी हुई है, ऐसा नहीं कि इस पूरे अवैध कारोबार की जानकारी थाना प्रभारी से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों को ना हो, यह पूरा मामला आला अधिकारियों की संज्ञान में होने के बाद भी वह मुंह में दही जमाए बैठे हुए हैं और गौवंश से भरे वाहन दर्जनों की संख्या में प्रतिदिन गुना से आगरा कत्लखाने की ओर फर्राटा भरते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस मामले में आलाधिकारियों का कहना है की कोलारस थाने के एएसआई ने जहरीला पदार्थ खा लिया है। इस मामले की जांच के निर्देश कोलारस एसडीओपी को दिए हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।