उज्जैन (हि.स.)। धर्मनगरी उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में रंगपंचमी पर भक्तों को बाहर से रंग लाने की अनुमति नहीं होगी। जिला प्रशासन ने रंगपंचमी पर मंदिर के गर्भगृह में रंग और गुलाल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला होली पर गर्भगृह में आग लगने की घटना के बाद लिया गया है। इसके लिए मंगलवार को गाइडलाइन जारी की गई।
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में होली के साथ-साथ रंगपंचमी का पर्व भी धूमधाम से मनाया जाता है। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति ने रंगपंचमी पर ‘टेसू’ (पलाश) के फूलों से बने हर्बल रंग की व्यवस्था करने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि रंगपंचमी पर किसी भी श्रद्धालु को बाहर से मंदिर परिसर में रंग लाने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही रंगपंचमी पर सुबह होने वाली भस्म आरती के दौरान भक्तों की संख्या भी नियंत्रित की जाएगी।
गौरतलब है कि होली के अवसर पर सोमवार सुबह भस्म आरती के दौरान महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में आग लग गई थी। कलेक्टर ने बताया कि भस्म आरती में कपूर आरती के दौरान गुलाल से थाली में लगी आग गर्भगृह में फैली थी, जिस पर तत्काल काबू पा लिया गया था, जिसमें 14 पुजारी व अन्य लोग घायल हो गए थे। इनमें से 12 घायलों का इंदौर में उपचार जारी है और सभी की हालत खतरे से बाहर हैं। मामले की मजिस्ट्रियल जांच की जा रही है।
अग्नि दुर्घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम के लिए सुरक्षा उपाय होंगे मजबूत
महाकालेश्वर मंदिर में हुई अग्नि दुर्घटना के पश्चात जिले में अग्निशमन की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के कारगर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में महाकाल मंदिर में सुरक्षा उपायों को और मजबूत बनाने और बेहतर प्रबंधन के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की अग्नि दुर्घटना दोबारा न हो। कलेक्टर लगातार महाकाल मंदिर का मौका मुआयना कर विशेषज्ञों की राय भी ले रहे हैं।
प्रशासन की पहल पर महाकाल मंदिर में हुई अग्नि दुर्घटना पर विस्तृत जांच के लिए फोरेंसिक फायर विशेषज्ञ मुंबई नीलेश उकुंडे उज्जैन पहुंचे। सोमवार को कलेक्टर ने फायर एक्सपर्ट उकुंडे के साथ बैठक कर उन्हें अग्नि दुर्घटना के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने विशेषज्ञ को जल्द बेहतर कार्ययोजना बनाने और सुरक्षा सुझाव देने के लिए कहा।
अग्नि दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच भी जारी है। जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना ने बताया कि घटना के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर प्रतिवेदन दिया जाएगा। जांच में पाए गए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्राथमिक रिपोर्ट यथा शीघ्र सौंपी जाएगी। जिसकी विस्तृत जांच रिपोर्ट भी बनाई जाएगी। जिस पर प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
अपर कलेक्टर अनुकूल जैन ने बताया कि जांच के संबंध में दुर्घटना के सभी वीडियो फुटेज का गहन अवलोकन किया जा रहा है, साथ ही नियमित श्रद्धालु, पुजारी और मंदिर समिति के कर्मचारियों के भी बयान लिए जा रहे हैं। इस संबंध में फायर एक्सपर्ट से भी चर्चा की जा रही है।
कलेक्टर-एसपी ने किया महाकाल मंदिर का निरीक्षण
कलेक्टर ने महाकाल मंदिर का बारीकी से निरीक्षण कर भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना न हो, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है। उन्होंने आगामी रंग पंचमी त्योहार के संबंध में निर्देश दिए कि मंदिर समिति के निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार मंदिर में रंग पंचमी पर भगवान का पूजन किया जाए। पूजन के निर्धारित सामग्री के अलावा किसी भी प्रकार के रंग गुलाल या ऐसी सामग्री जिससे दुर्घटना की संभावना हो, वह मंदिर में ले जाने की अनुमति नहीं होगी। नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई भी की जाए। उन्होंने आगामी त्योहारों पर एहतियातन सभी आवश्यक सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।