मध्यप्रदेश विद्युत परिवार हिन्दी समिति के तत्वावधान में हिन्दी महोत्सव 2023 का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि जीवन में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग करेंगे और जितना संभव होगा उतना हिन्दी में कार्य करेंगे।
समापन समारोह की मुख्य अतिथि डॉ निशा तिवारी ने कहा कि संस्कार व संस्कृति की प्रतीक भाषा होती है। शब्द जगत व जीवन की व्याख्या करते हैं। उन्होंने कहा कि व्यावहारिक रूप से हम सब को मानक भाषा का प्रयोग करना चाहिए, तभी भाषा का विकास होगा।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में हिन्दी सिनेमा में नवोदित कलाकारों को हिन्दी भाषा की बारीकियां सिखाने वाले जबलपुर निवासी रंगकर्मी-अभिनेता आनंद मिश्रा, पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन एवं हिन्दी समिति के अध्यक्ष राजीव गुप्ता सहित बड़ी संख्या में विद्युत कार्मिक उपस्थित थे। समारोह में डॉ निशा तिवारी व आनंद मिश्रा को उनके हिन्दी में दिए गए योगदान के लिए हिन्दी समिति द्वारा सम्मानित किया गया।
भाषा जीवन के पंच तत्वों की तरह अनिवार्य
विशिष्ट अतिथि आनंद मिश्रा ने कहा कि भाषा जीवन के पांच तत्वों की तरह एक अनिवार्य तत्व है। उन्होंने कहा कि मुंबई के सिनेमा उद्योग में मध्यप्रदेश व विशेष कर जबलपुर के कलाकार अपने हिन्दी भाषा ज्ञान के कारण सम्मान के पात्र बनते हैं। आनंद मिश्रा ने कहा कि उनका प्रयास है कि जबलपुर की खड़ी हिन्दी में भी हिन्दी सिनेमा का निर्माण हो।
विद्युत कंपनियां हिन्दी में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध
हिन्दी के समिति के अध्यक्ष पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक राजीव गुप्ता ने कहा कि पिछले दो वर्षों से नाटकों के मंचन व पुस्तक प्रदर्शनी के आयोजन से बड़ी संख्या में विद्युत कार्मिक हिन्दी महोत्सव से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत कंपनियां हिन्दी के प्रचार-प्रसार और हिन्दी में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अगरबत्ती नाटक की प्रभावी प्रस्तुति
समागम रंगमंडल के कलाकारों द्वारा आशीष पाठक लिखित व स्वाति दुबे द्वारा निर्देशित ‘अगरबत्ती’ नाटक की प्रस्तुति दी गई। चम्बल के बीहड़ और फूलन के नरसंहार के पश्चात विधवाओं के जीवन पर आधारित इस नाट्य प्रस्तुति को अत्यधिक सराहना मिली। समापन समारोह का संचालन व आभार हिन्दी समिति के महासचिव राजेश पाठक ने किया।