भारतीय रेल के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चौबीसों घंटो अनवरत कार्य करने वाले रनिंग स्टाफ लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजर को रेल प्रशासन बेहतर सुविधा देने के बजाय उनका शोषण कर रहा है। रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा एवं संयुक्त महामंत्री संघ प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया कि एनएफआईआर के आह्वान पर रनिंग कर्मचारियों का प्रशासन द्वारा मानसिक प्रताड़ना देने एवं विपरीत परिस्थितियों में करवाये जा रहे कार्य के विरोध में वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ द्वारा पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों मंडलो कोटा, भोपाल एवं जबलपुर की प्रत्येक क्रू बुकिंग लॉबी के समक्ष 17 मार्च को सुबह 11 बजे से प्रचंड विरोध प्रदर्शन व धरना किया जायेगा और यदि समय रहते रेल प्रशासन ने रेल कर्मियों को प्रताड़ित करना बंद नहीं किया तो आगामी दिनो में आन्दोलन का स्वरूप उग्र होता जायेगा।
संघ की प्रमुख मांग है कि रनिंग कर्मचारियों को मानसिक प्रताडना देना बंद करे। लंबी दूरी की मालगाडिय़ां चलाना बंद करो, मेल एक्सप्रेस गाडिय़ों की क्रू वीट बढ़ाना बंद करो, रनिंग रूम में सुविधाओं का विकास किया जाये, रनिंग रूम में भोजन की गुणवत्ता में सुधार किया जाये, मु.लो. निरी को लगातार प्रताड़ित करना बंद करे, रनिंग कर्मचारियों को रनिंग रूम में कैदियों की तरह रखना बंद करो, रनिंग कर्मचारियों को मुख्यालय से बाहर 72 घंटे रखना बंद करो, रनिंग कर्मचारियों को ओवर ऑवर्स ड्यूटी कराना बंद करो।
इसके अलावा जबलपुर मंडल में रिक्त एलपी एवं एलपीपी तथा एएलपी पदों को तुरंत भरो, रनिंग कर्मचारियों को समय परिभत्ता में कटौती बंद करो, आये दिन टीआरओ ड्राइव/निर्देश आने और रनिंग स्टाफ को याद रखने की प्रताडऩा करना बंद करो, डीएआर का दुरुपयोग करना बंद करो, एसपीएडी दुर्घटना में शामिल रनिंग कर्मचारियों को शीघ्र पुन: ड्यूटी पर लिया जाये।
संघ के कार्यकारी अध्यक्ष अनुज तिवारी, मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, सहायक महामंत्री अवधेश तिवारी, जेपी मीना, दीना यादव, कुलदीप परसाई, दीपक केसरी, ओपी चौकसे, हर्ष वर्मा, आरए सिंह, एसआर बाउरी, रोशन यादव, मंतोष कुमार, संतोष त्रिवेणी, एसके सिंह आदि ने आंदोलन को सफल बनाने के लिए कर्मचारियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की है।