वेस्ट सेन्ट्रल रेल्वे एम्पलाईज यूनियन के तत्वावधान में सामुदायिक भवन उमंग में मंगलवार 9 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड गीता देवी ने की, मुख्य अतिथि के रूप में WWO की अध्यक्षा श्रीमती अशोका विश्वास एवं विशिष्ट अतिथि के रूप मे WWO की सचिव श्रीमती मधु सिंह, कोषाध्यक्षा श्रीमती अंजलि मिश्रा उपस्थित रही।
सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियो ने सरस्वती माँ की प्रतिमा पर मल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन करते हुए कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन किया। तत्तपश्चात यूनियन की महिला समिति द्वारा सभी अतिथियों का बुके देकर सम्मान किया गया।
विशिष्टि अतिथि WWO की सचिव श्रीमती मधु सिंह एवं श्रीमती ललिता दिवाकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाओं को हमेशा अपनी ड्यूटी करते हुये आगे बढने का प्रयास करते रहना चाहिये तथा किसी भी समस्या से संघर्ष में डरना नही चाहिये।
मुख्य अतिथि श्रीमती अशोका विश्वास ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक एवं भावनात्मक रूप से मजबूत होना चाहिये। पुरूषों के साथ महिलाओं की प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि आपसी सहयोग की भावना होनी चाहिये।
इस अवसर पर WCREU महिला समिति द्वारा मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों के स्वागत मे भ्रण हत्या नृत्य, दहेज कुप्रथा से दूरी, महिला शोषण व उत्पीड़न के विरुद्ध संघर्ष, बाल शोषण व नारी अत्थान एवं बेटी बचाओ जैसे सामाजिक सरोकारो पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया गया। अर्जुन अवार्डी सुश्री मधु यादव ने सारगर्भित विचार प्रस्तुत किया।
यूनियन के मंडल अध्यक्ष का. बी.एन.शुक्ला ने कहा कि घर में बच्चों को संस्कार माँ से ही मिलने शुरू होते है। अतः हर माँ को अपने बेटों को, प्रत्येक महिला का सम्मान करने की सीख देनी चाहिये। का. बी.एन.शुक्ला ने कहा कि नारी, देवी का रूप है, नारी से ही पुरुष का वजूद है। हर घर मे नारी का सम्मान होना चाहिये।
महिला सम्मेलन में सुषमा राजपूत, शोभा , नम्रता, अंशुल, आरती, पूना बाई, संजू रंगारे, नेहा अंजुम, छाया, प्रीति, संध्या, दीप्ती, पारूल भारद्वाज, पूजा साकेत, नन्दनी नन्दनवार, जरीना, चांदनी, संध्या पटेल, नीलम कोरी, रैना यादव, उषा राजपूत, मालती चौधरी, रिंकू मान्द्रे, निशा शर्मा, तीरनबी, प्रभांशी विश्वकर्मा, सोजल व्यास आदि की उपस्थिति रही।