वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ में वर्षों से कब्जा जमाए तानाशाही नेता संघ के अध्यक्ष डॉ आरपी भटनागर को शुक्रवार 7 अक्टूबर को आयोजित हुई उच्च स्तरीय जोनल वर्किंग कमेटी की बैठक में पारित प्रस्ताव के तहत संवैधानिक तरीके से पद का दुरूपयोग व संघ विरोधी गतिविधियों में संलिप्ता की वजह से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
इतना ही नहीं उनके पुत्र अमित भटनागर जो कि रेलवे में किसी पद कार्यरत नहीं होने के बावजूद भी असंवैधानिक तरीके से संघ के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर काबिज थे , उनको भी निलम्बित कर दिया है। दोनों को संघ के संविधान में निहित प्रावधानों के तहत लिखित नोटिस जारी कर 3 दिवस के अंदर जवाब प्रस्तुत करने कहा गया है।
गौरतलब है कि भटनागर परिवार पर असंवैधानिक रूप से मनमानी व भ्रष्टाचार का आरोप कर्मचारी लगा रहे थे। बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष सीएम उपाध्याय, महामंत्री अशोक शर्मा, संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार, मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, अब्दुल खालिक, कारखाना सचिव मनोज अग्रवाल, अध्यक्ष जेवी सिंह, कोषाध्यक्ष अनुज तिवारी, जोनल संगठक बीएल मिश्रा, अवधेश तिवारी, वीपी सिंह आदि वक्ताओं ने एक स्वर में डॉ भटनागर पर आरोप लगाते हुए कहा कि मजदूर संघ को भटनागर एण्ड सन्स प्राइवेट लिमिटेड बनाने की साजिश की जा रही थी, जिसे सच्चे संघ कार्यकर्ताओ ने बर्दाशत नहीं किया।
डॉ भटनागर पुत्र मोह में संगठन के कार्यकर्ताओं को अपमानित व नजरअंदाज कर परिवारवाद को बढ़ावा देते हुए अपने पुत्र को विभिन्न पदों पर सुशोभित करते जा रहे थे और अगामी समय में अपना उत्तराधिकारी घोषित कर अमित भटनागर को अध्यक्ष पद सौपने चाहते थे। 24 वर्ष पूर्व रेलवे से सेवानिवृत्त होने के बावजूद भी डॉ आरपी भटनागर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष पद पर कुंडली जमाए बैठे थे तथा संगठन में फूट डालो राज करो की अंग्रेजी प्रथा के अनुसार राज करते थे। मुम्बई से रिमोट कंट्रोल की तरह संघ कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करते थे। रेल मजदूर संघ को आज भटनागर परिवार के तालिबानी राज से आजादी मिल गई।
संघ प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया कि आज WCRMS की तीसरी मुख्यालय कार्यकारिणी की बैठक में संवैधानिक रूप से मजदूर विरोधी गतिविधियों के कारण एवं असंवैधानिक तरीके से संघ के अध्यक्ष पद पर स्वयं अपने बेटे को स्थापित कर असंवैधानिक तरीके से संघ का कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर लगातार पिछले कई वर्षों से परिवारवाद का बढ़ावा देने के साथ साथ नियम विरुद्ध कार्य करने के कारण आज की कार्यकारिणी बैठक में संवैधानिक रूप से अध्यक्ष आरपी भटनागर एवं कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर को 112 पदाधिकारियों में से 79 पदाधिकारियों की कार्यकारिणी सदस्यों के द्वारा बहुमत से निलंबित किया गया है जो कि संगठन में संविधान के अनुसार निलंबन का अधिकार कार्यकारिणी सदस्यो के पास होता है।
बैठक में संघ संयुक्त महामंत्री सुशील वर्मा, महिला उपाध्यक्ष अमृत कौर, जेपी मीणा, दीना यादव, दीपक केसरी, संदीप श्रोती, आरए सिंह, हर्ष वर्मा, मंदीप सिंह, अनिल तरूण बत्रा, विजय दुबे, ओपी चौकसे, आलोक त्रिपाठी, दीपक सिंह, मंतोष कुमार, एसआर बाउरी श्याम अर्क, श्यामकला श्रीवास्तव, जयराम सिंह, प्रेम निराला समेत बड़ी तादाद में पदाधिकारी उपस्थित रहे।