मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के योगेंद्र दुबे एवं जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने बताया है कि अनेक सरकारी कार्यालयों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है, कार्यालय में कूलर नहीं है, सीलिंग में पंखे बंद हालत में लटके है, गर्मी ने दस्तक दे दी है, लेकिन अफसरों का अपने कर्मचारियों को हो रही असुविधा की ओर ध्यान नहीं है। सुविधाओं के नाम पर अफसर विभाग में पैसे न होने का रोना रोते हैं, फंड का आवंटन न होने का बहाना बनाकर घड़े, गिलास, जग, बाल्टी, हैंडल, धुलाई वाला वाशिंग पाउडर भी नहीं खरीदा जा रहा है।
शिक्षा, पीआईयू, स्वास्थ्य, तहसील विभाग के अनेक कार्यालयों में बैठने के लिए कुर्सियां नहीं है, पीने के लिए ठंडा पानी नहीं है, भर गर्मी में बिना कूलर के कर्मचारी भारी परेशानियों में अपना कार्य करने को मजबूर हैं। राजस्व, लोक निर्माण विभाग, हिरन जल संसाधन, नगर निगम, वन विभाग, स्वास्थ्य, नगर निगम, विकास प्राधिकरण के अनेक कार्यालयों में घड़े भी नहीं खरीद कर रखे जाते है, न ही पानी पिलाने वाले कर्मचारी रखे जा रहे हैं, ख़स की चटाई भी नहीं है।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय, संजय गुजराल, संतोष मिश्रा, देव दोनेरिया, विश्वदीप पटेरिया, नरेश शुक्ला, यूएस करोसिया, प्रशांत सोधिया, रविकांत दहायत, मुकेश मरकाम, नरेंद्र सैन, केजी पाठक, योगेंद्र मिश्रा, सतीश उपाध्याय, अजय दुबे, रवि बांगड़, मनोज राय, विनय नामदेव, दुर्गेश पाण्डे ने आवंटन का बहाना बनाकर प्रदेश सरकार को बदनाम करने वाले अफसरों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए कार्यालयों में गर्मी के पहले सभी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।