मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम के बैनर तले फोरम के प्रांतीय संयोजक व्हीकेएस परिहार के द्वारा मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के समस्त इंजीनियरों से कार्य बहिष्कार का आव्हान किया था, जिसका कारण संसाधनों की कमी के बावजूद सीमित समयावधि में कंजूमर इंडेक्सिंग का सर्टिफिकेट इंजीनियरों से मांगा जाना था।
इंडेक्सिंग का सर्टिफिकेट सीमित समय अवधि में जमा ना हो पाने की स्थिति में प्रबंध संचालक कार्यालय भोपाल के निर्देश पर समस्त इंजीनियरों का वेतन रोक दिया गया था। जिसके विरोध में इंजीनियर्स ने आज कार्य बहिष्कार का ऐलान किया था।
व्हीकेएस परिहार ने बताया कि फोरम के कार्य बहिष्कार के बाद मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन के द्वारा फोरम से चर्चा की गई, जिसमें तय हुआ कि कंजूमर इंडेक्सिंग के संबंध में सर्किल स्तर पर अब महाप्रबंधक से पत्र लिया जा जाएगा। इसके अलावा ऐप में आईटी की त्रुटि ठीक होने पर एवं अन्य कार्यों को पीछे करते हुए शेष कार्य 30 सितंबर 2022 तक संपन्न होने पर सहमति बन गई है।
जिसके पश्चात कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन के द्वारा बिजली इंजीनियरों रोका गया वेतन जारी करने के निर्देश दे दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि हड़ताल के कारण बुधवार को बिजली फाल्ट सुधारने में देरी हुई, साथ ही उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन भी नहीं मिल पाए। वहीं कंपनी क्षेत्र में रेवेन्यू की वसूली भी नहीं हो पाई।
बिजली व्यवस्था और सवाओं में अवरोध बढ़ता देख, बिजली कंपनी के अधिकारियों ने तत्काल फोरम के पदाधिकारियों से चर्चा की और इंजीनियरों का वेतन जारी करने के आदेश निकाले, इसके बाद इंजीनियर्स ने हड़ताल खत्म की और गुरुवार से काम पर लौटने की घोषणा की।