Tuesday, November 26, 2024
Homeलोकमंचइतिहास के पन्नों में 23 जनवरीः नेताजी के 'पराक्रम' को जय हिंद

इतिहास के पन्नों में 23 जनवरीः नेताजी के ‘पराक्रम’ को जय हिंद

देश-दुनिया के इतिहास में 23 जनवरी की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख भारत के महान क्रांतिकारी सुभाषचंद्र बोस के जीवन के लिए खास है। नेताजी के नाम से प्रख्यात सुभाषचंद्र का जन्म 23 जनवरी, 1897 ओडिशा के कटक में हुआ था। संपन्न बंगाली परिवार में जन्मे सुभाष चंद्र बोस से अंग्रेज थर-थर कांपते थे। उनका पूरा जीवन ही साहस व पराक्रम का उदाहरण है। नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी।

पराक्रम दिवस पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है। बच्चों को स्कूल-काॅलेज में इस दिन का महत्व बताया जाता है और स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन की याद को ताजा किया जाता है। यह वही नेताजी हैं, नारा दिया था, ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’। इस नारे ने भारतीयों के दिलों में आजादी की मांग को लेकर जल रही आग को और अधिक तेज कर दिया था। बोस का संपूर्ण जीवन हर युवा और भारतीय के लिए आदर्श है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए बोस इंग्लैंड पढ़ने गए लेकिन देश की आजादी के लिए प्रशासनिक सेवा का परित्याग कर स्वदेश लौट आए। यहां उन्होंने आजाद भारत की मांग करते हुए आजाद हिंद सरकार और आजाद हिंद फौज का गठन किया। इतना ही नहीं उन्होंने खुद का आजाद हिंद बैंक स्थापित किया। इसे 10 देशों का समर्थन मिला। उन्होंने भारत की आजादी की जंग विदेशों तक पहुंचाई।

नेताजी के जीवन पर कई फिल्में और वेब सीरीज बन चुकी हैं। ऐसी ही एक फिल्म समाधि (1950) है। डायरेक्टर रमेश सहगल की इस फिल्म में फ्रीडम फाइटर्स के स्ट्रगल और सोच को दिखाया गया है। इस कड़ी में पीयूष बोस की बंगाली फिल्म सुभाष चंद्र (1966) भी अहम है। एक अन्य फिल्म नेताजी सुभाष चंद्र बोस: द फॉरगॉटन हीरो (2004) है। इसमें सचिन खेड़ेकर नेताजी की भूमिका में हैं। फिल्म की कहानी महात्मा गांधी और नेताजी के बीच जर्मनी से जाने के मामले पर हुई असहमति पर केंद्रित है।

महत्वपूर्ण घटनाचक्र

1556ः चीन के शेनसी प्रांत में विनाशकारी भूकंप।हजारों लोग मारे गए।

1570ः स्कॉटलैंड के रीजेट मोरे के अर्ल की हत्या।

1668ः इंग्लैंड और हॉलैंड ने आपसी सहयोग समझौता किया।

1793ः ह्यूमन सोसाइटी ऑफ फिलाडेल्फिया का गठन।

1799ः फ्रांसीसी सैनिकों ने नेपल्स (इटली) पर कब्जा किया।

1849ः प्रशिया ने आस्ट्रिया के बिना ‘जर्मन यूनियन’ का प्रस्ताव किया।

1849ः एलिजाबेथ ब्लैकवेल मेडिकल डिग्री हासिल करने वाली पहली अमेरिकी महिला बनीं।

1897ः नेताजी सुभाषचंद्र बोस का कटक में जन्म।

1913ः तुर्किये की सैनिक क्रांति में नाजिम पाशा मारे गए।

1920ः प्रथम विश्वयुद्ध के अपराधी के रूप में जर्मनी के विलियम द्वितीय को मित्र देशों के हवाले करने से हॉलैंड ने इनकार किया।

1924ः सोवियत संघ ने 21 जनवरी को हुई लेनिन की मृत्यु की आधिकारिक घोषणा की।

1965ः दुर्गापुर इस्पात संयंत्र ने काम करना शुरू किया।

1966ः इंदिरा गांधी भारत की प्रधानमंत्री बनीं।

1977ः भारत में जनता पार्टी का गठन।

1991ः इराक के तेल मंत्रालय ने गैसोलिन की बिक्री पर रोक लगाई।

1973ः वियतनाम युद्ध में समझौते की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने की।

1992ः एस्टोनिया के प्रधानमंत्री एडगर सैविसार ने इस्तीफा दिया।

1993ः इराक ने अमेरिकी लड़ाकू विमानों पर विमानभेदी तोपों से हमले का आरोप गलत बताते हुए युद्धविराम का पालन करने की घोषणा की।

2002ः राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव जमानत पर रिहा।

2004ः मध्य प्रदेश में गोवंश वध पर पूर्णतया प्रतिबंध लागू।

2006ः भारत ने पाकिस्तान को सर्वाधिक वरीयता प्राप्त राष्ट्र का दर्जा देने की सिफारिश को मंजूर किया।

2007ः भारत एवं रूस के बीच मध्यम आकार के बहुउद्देश्सीय परिवहन विमान के उत्पादन के घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर।

2008ः ईरान के खिलाफ तीसरा प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर विश्व की महाशक्तियों के बीच सहमति बनी।

2009ः फिल्मी और टेलीविजन कार्यक्रमों में धूम्रपान दृश्यों पर लगा प्रतिबंध समाप्त।

2020ः अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने म्यांमार से रोहिंग्या आबादी को सुरक्षा देने को कहा।

2020ः ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने ब्रिटिश सरकार के ब्रेक्जिट कानून को मंजूरी दी।

2020ः गृह मंत्रालय ने ‘सुभाषचंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार’ 2020 के विजेताओं की घोषणा की।

जन्म

1814ः ब्रिटिश पुरातत्वशास्त्री कनिंघम। उन्हें “भारत के पुरातत्व अन्वेषण का जनक” कहा जाता है।

1897ः महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाषचंद्र बोस।

1926ः शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ।

1930ः पश्चिम भारतीय लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता डेरेक वॉलकोट।

निधन

1924ः सऊदी अरब के राजा शाह अब्दुल्ला।

1975ः भारत के समाजसेवी अमिय कुमार दास।

1963ः प्रसिद्ध क्रांतिकारी नरेन्द्र मोहन सेन।

दिवस

पराक्रम दिवस।

संबंधित समाचार

ताजा खबर