शिक्षक दिवस की पूर्व सन्ध्या पर कल 4 सितंबर 2023 को समरस साहित्य सृजन संस्थान, जयपुर इकाई एवं जकासा की एक यादगार अनूठी काव्य गोष्ठी समरस के उपाध्यक्ष राव शिवराजपाल सिंह के निवास पर वरिष्ठ कवि वरुण चतुर्वेदी की अध्यक्षता में अरुण ठाकर की सरस्वती वंदना के साथ प्रारम्भ हुई।
जिसमें समरस के अध्यक्ष व गीतकार लक्ष्मण रामानुज लड़ीवाला, जकासा के संस्थापक किशोर पारीक ‘किशोर’, राव शिवराजपाल सिंह, सेवानिवृत्त आईएएस श्याम सिंह राजपुरोहित, कल्याण सिंह शेखावत, वैद्य भगवान सहाय पारीक, डॉ शिवदत्त शर्मा, समरस की महा सचिव डॉ निशा अग्रवाल, कवि अरुण ठाकर, श्रीमती निमिषा ठाकर और कवियित्री रंजीता जोशी सहित लगभग 15 कवियों ने श्रृंगार रस, करुण रस, हास्य रस, वीर रस आदि रसों में एक से बढ़कर एक रचना प्रस्तुत की, जिन्हें खूब दाद मिली।
कार्यक्रम के अंत में भोजन व्यवस्था की मेजबान थी। राव शिवराज पाल सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती गोपाल कंवर और समापन पर सुपुत्र माधवेंद्र पाल सिंह ने सभी अतिथियों को राव की पुस्तक सप्तवर्णी काव्य पद्माकर भेंट की।