Thursday, May 2, 2024
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रतलाम में है 600 वर्ष पुराना मंदिर, एक ही गर्भगृह में विराजित है नौ दुर्गा प्रतिमाएं

रतलाम (हि.स.)। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के पिपलोदा तहसील के ग्राम पुण्याखेड़ी नवाबगंज में नौ दुर्गा का एक विख्यात मंदिर है। यहां पर एक ही गर्भगृह में माता दुर्गा की नौ प्रतिमा स्थापित है।

माना जाता है कि यहां जो अपनी मनोकामना लेकर दर्शन करता है उसकी इच्छा पूरी हो जाती है। मंदिर निर्माण के पूर्व प्रतिमाओं के बारे में एक किसान को सपना आया था, इसके बाद जमीन से प्रतिमाओं को निकाला गया। करीब 600 वर्ष से अधिक पूर्व का मंदिर का इतिहास है।

पूरी होती है मनोकामना

मंदिर के बारे में पुजारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मंदिर तड़के 4 बजे खुलता है व रात 10 बजे तक दर्शन की व्यवस्था रहती है। मंदिर में आने वाले भक्त ही यह दावा करते है कि वे जो मनोकामना लेकर आए वो मात्र एक माह में पूरी हो गई।

कृषक को स्वप्न में हुए थे माता के दर्शन

मंदिर बनने से पूर्व यहां के एक कृषक परिवार के सदस्य को स्वप्न में दर्शन हुए थे कि माता की प्रतिमाएं भूमि में है व इनको बाहर निकालना जरूरी है। शुरू में किसान ने जब सपने को गंभीरता से नहीं लिया तो प्रतिदिन यह सपना आने लगा। इसके बाद रामलाल नाम के कृषक ने अपने परिवार को इसके बारे में बताया व खुदाई शुरू की गई तो करीब 50 फीट नीचे खुदाई के बाद प्रतिमाएं बाहर आई।

आस्था का केंद्र है मंदिर, दूरदराज से आते है भक्त

इस मंदिर में नियमित दर्शन करने आने वाले भक्त बताते हैं कि उनकी आस्था का प्रमुख कारण यह है कि यहां जो भी मांगो, सकारात्मक हो तो मनोकामना जरूर पूरी होती है। इतना ही नहीं, अगर किसी के प्रति खराब विचार रखकर मंदिर में कुछ मांगते हैं तो दर्शन में ही संकेत आ जाता है कि पाप मार्ग पर मत चलो। यहां पर सुबह व शाम को आरती व रात में भजन व गरबा का आयोजन होता है।

600 वर्ष पुराना नवदुर्गा का यह मंदिर अति चमत्कारी मंदिर होकर विक्रम काल से भी पहले का पाषण कालीन मंदिर कहा जाता है। यहाँ भगवान कृष्ण के काल में भी यह मंदिर मौजूद रहा। बताया जाता है श्री कृष्ण के महाप्रयाण के बाद मंदिर की सारी मूर्तियां जमीन में समा गई और पाषणकालीन अवशेष रह गए। ग्रामीणों ने फिर खुदाई की तो जमीन के अंदर से प्रतिमाएं बाहर आई।

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