डॉ निशा अग्रवाल
जयपुर, राजस्थान
आज आपके जन्मदिवस पर
मिले खुशी अनमोल उपहार
हर दिन रहे दिवाली जैसे
सजते रहें रंगीन त्यौहार
खुशियां रूपी दरिया में ही
आपकी जीवन की कश्ती हो
जन्मदिन के पन्नों पर बस
सुख से भरी कहानी हो
बार बार ये दिन आए
जब तक सागर में पानी हो
गुलजार बने हर धरा का दामन
जिस पर पग तेरा (आपका) रख जाए
प्रेम सौहार्द का दीप जलाकर
जग के तुम सौरभ बन जाएं
मन हर्षाए, नूर हो चेहरा
कमल झील में हर्षाए
धरा पुत्र है नाम तुम्हारा
सद्भाव प्रेम जग में छाए
प्यार मिले सम्मान मिले
जन्मदिन पर विशेष दुआ मिले
शुभकामना मेरी भी ये है
खुशियों का संसार मिले।
जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
व्यक्तित्व विशेष
धरा पुत्र डॉ सौरभ पाण्डेय की धार्मिक सौहार्द यात्रा
किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व उसी तरह से है जैसे एक फूल के लिए उसकी सुगंध है। एक प्रभावशाली व्यक्तित्व!! जो आपके पास है। एक प्रकाशित दीपक की तरह जीवन को नई दिशा एवं विचित्र आयामों से जोड़ना आपकी खूबी है। आपका व्यक्तित्व , आपकी कार्य प्रणाली , आपके व्यवहार और आपकी काबिलियत के अनुकूल है।
हमारा देश धर्म निरपेक्ष है। यहां प्रत्येक धर्म, संप्रदाय, जाति, वर्ण आदि के व्यक्तियों को अपनी मान्यताओं के अनुरूप धर्म या संप्रदाय अपनाने तथा इच्छानुसार पूजा पाठ करने का संवैधानिक अधिकार है। प्राचीन काल में राज्य का प्रतिनिधि राजा होता था और राजा के धर्म को ही राज धर्म माना जाता था। सदियों तक राज्य और धर्म का संबंध राजा पर ही आश्रित रहा। यही वजह रही कि संविधान का निर्माण करने के दौरान भारत के सभी धर्मो के हितों को ध्यान में रखकर धर्म निरपेक्ष शासन की घोषणा की गई। आज की राजनीति में धर्म का स्थान व्यापक बना गया है। अब मानव धर्म को विश्व के सभी देश मान रहे हैं, भारतीयता का मूल मंत्र यही है। इसका प्रसार पूरी दुनिया कर रही है लेकिन, अफसोस की बात यह है कि लोगों के मन से दूसरे के धर्म के प्रति सम्मान खत्म हो रहा है।
हमारे देश में सर्वत्र एकदूसरे के धर्म और संप्रदायों को भला बुरा कहा जाता है। यही नहीं, कभी-कभी तो सर्व धर्म समभाव वाले भारत में लोग विपरीत धर्मावलंबियों का नुकसान पहुंचाने में भी पीछे नहीं हटते। आज हमारे देश के लोगों को इससे ऊपर उठकर सोचने की जरूरत है, जिससे महान भारत का निर्माण कर सकें। जिसका वीणा उठाया है एक ऐसी सख्शियत ने , जिनके नाम समूचे विश्व में विख्यात है जी हां … ये है डॉ सौरभ पांडेय जी ….जो अपने सृजनात्मक चिंतन, संकल्प एवं आत्मभिव्यक्ति से समूचे विश्व को सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया है और आज इनको सौहार्द शिरोमणि गुरु देव डॉ सौरभ पांडेय जी के नाम से जाना जाता है।
परिचय
सौहार्द शिरोमणि सरताज गुरु देव डॉ सौरभ पांडेय जी का परिचय अपने आप में बहुत ही अद्भुत है। आपकी कार्य शैली ही आपका परिचय है। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर शहर के ग्राम भस्मा डवरपार निवासी आज के नवयुग निर्माता , धराधाम इंटरनेशनल प्रमुख सौहार्द शिरोमणि डॉ सौरभ पांडेय जी एक ऐसी महान सख्शियत जो आज किसी परिचय की मोहताज नहीं। वैश्विक स्तर पर ख्याति प्राप्त ,अभूतपूर्व , अद्भुत, अकल्पनीय कार्य , बहुमुखी प्रतिभा के धनी ,राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनेकों अनेक अवार्ड्स से सम्मानित ऐसे महामनीषी जिन्होंने वसुधैव कुटुंबकम् वाली अखंड भारत की संस्कृति का समूचे विश्व भर में परचम लहराया है। निस्वार्थ सामाजिक विकास के कार्यक्रम संचालित कर पीस एण्ड हैप्पीनेस , धार्मिक सौहार्द के नए कीर्तिमान स्थापित किए है।
इस दिव्यविभूति को इस दुनियां में लाने वाले इनके पिता श्री सोमनाथ पांडेय जी और माता स्व. गीता पांडेय जी को विश्व जगत का कोटि कोटि नमन , जिन्होंने ऐसे प्रतिभाशाली बालक को जन्म दिया। जो किसान परिवार की जीवनशैली ,आर्थिक स्थिति से जूझता परिवेश में भी स्वयं के चिंतन, सृजन, आत्मबुद्धि, आत्मबल एवं आत्मविश्वास की नाव में सवार हो, निकल पड़े सर्वजन हिताय, सर्वधर्म समभाव, मानवताधर्म की जनजागरूकता का प्रचार प्रसार करने। विचार और व्यवहार हमारे दो फूल हैं जो मन को महका देते हैं।
ठीक उसी तरह से आप के विचार और व्यवहार से हमारा मन प्रफुल्लित हो उठता है । यह एक दम यथार्थ है कि आप ज्ञान का भंडार हैं । भले ही मुलाकात रूबरू ना हुई हो लेकिन वर्चुअल मुलाकात, डिजिटल संप्रेषण के माध्यम से हम आप जैसी सख्शियत से मिले और अनजान डगर से जानी पहचानी दुनियां में पहुंच गए। आपका मृदुल स्वभाव, मधुर वाणी , सकारात्मक विचारधारा…. यूं मानो जैसे स्फूर्ति भर देती है, ऊर्जावान पथ पर बढ़ने को प्रेरित करती है। आपके विचार और व्यवहार हमारे जीवन हमेशा पाथेय बनकर साथ रहेंगे।
लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है…” इस ज्ञान स्रोत गंगा की प्रवाहित धारा के साथ बहना अभी बाकी है
और ज्ञान स्रोत गंगा में डुबकी लगाकर कुछ ज्ञानप्रद मोतियों को समेटने अभी बाकी है।”
सौहार्द
सौहार्द का अर्थ सप्रेम आकर्षक माना जाता है। इतना ही नहीं इसका मतलब भी बहुत अच्छा होता है। सौहार्द शब्द किसी नाम के साथ जुड़ जाता है तो उस नाम का अर्थ शांतिपूर्ण होता है। शांतिपूर्ण होना बहुत अच्छा माना जाता है और इसकी झलक आप के बात करने के अंदाज से पता चलती है
सर्व धर्म समभाव
एक सच्चा धर्मात्मा सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखता है। उसके अनुसार सभी धर्म समान रूप से सम्मान के पात्र है। धर्म अलग होने के कारण रक्तपात करना, हिंसा फैलाना.. ना ही धर्म है और ना ही उचित।
अपने धर्म को मानते हुए अन्य धर्मों का आदर सम्मान करना ही सर्वधर्म समभाव है। यही विश्व की समृद्धि का रास्ता है… इस बात की पुष्टि सौहार्द शिरोमणि सरताज डॉ सौरभ पांडेय जी से मिलकर या उनकी पवित्र भूमि धराधाम के दर्शन मात्र से ही हो जाती है।
शायर इकबाल ने कहा है… “मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना”। धर्म शत्रुता की नही अपितु प्रेम की शिक्षा देता है। धर्म के नाम पर लड़ना पागलपन है। इस पागलपन से बचना ही मानवता के लिए श्रेयष्कर है।
संवादपटुता की प्रवृति
शारीरिक हाव– भाव के अलावा लिखित और मौखिक दोनों ही प्रकार की बातचीत कौशल आपके व्यक्तित्व का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। आम धारणा के विपरीत बातचीत एक कला है और इसलिए इसमें लालित्य, सूक्ष्म प्रकृति के प्रदर्शन और इसे प्रभावशाली बनाने के लिए रचनात्मक अभिव्यक्ति की आवश्यकता होती है। हालांकि ज्यादातर मामलों में औपचारिक लिखित संचार में लोग उत्कृष्टता का प्रदर्शन करते हैं लेकिन जहां तक मैं समझती हूं कि जब बात मौखिक संचार की हो तो वहाँ इस पर काम करने की जरूरत है।
आपके विचार, शब्दों का चयन, आपके बातचीत करने का लहजा, सुखद शारीरिक हाव– भाव और चर्चा वाले विषय में आपका योगदान, सर्वदा ही अच्छे संचार का अंग होते है। संवादपटु की कला आपकी अदभुत व अनूठी छाप छोड़ती है। आप किसी की बात से सहमत हैं या नहीं इस बात को नजरअंदाज करते हुए आप उनके द्वारा कही गई बातों को बहुत ही ध्यान से सुनते है। इससे आप खुद को एक खुशनुमा और अनुशासित व्यक्तित्व की श्रेणी में पाते हैं।
कलात्मक अनुभूति
कौशल और योग्यताएं आपके व्यक्तित्व का मूल हैं, ये पहचान हमने आपके प्रभावी शाब्दिक संप्रेषण से जानी है। आपकी यही श्रेष्ठता पहली मुलाकात में सामने वाले व्यक्ति पर आपका प्रभाव जमाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हर कोई ऐसे व्यक्ति को पसंद करता है जो अपने आस– पास के लोगों को हंसा सके, मुस्कुराने पर मजबूर कर सके। ये सारी खूबियां आपके कुशल व्यक्तित्व का स्वयं एक परिचय है।
कई बार जब चीजें बहुत गंभीर हो जाती हैं, तो किसी के एकरसता को दूर करने के लिए हास्य की राहत वाली खुराक या मस्ती भरी गतिविधि के साथ सामने आना होता है। अतः आपकी हास्य रचनात्मक प्रयोग निश्चित रूप से दूसरों से आगे बढ़ाने में मदद करता है l
स्वभाव
दिया जैसा स्वभाव है आपका
जो राज महल में भी उतना ही उजाला देता है जितना कि एक झौंपड़ी में।
नम्रता
झुकना बुरी नही अच्छी बात होती है
इसी से इंसान में नम्रता की पहचान होती है।
आपका विनम्र स्वभाव ही आपकी विशिष्ट पहचान है।
सज्जनता
सबसे ज्यादा पवित्र मनुष्य का मन होता है
धैर्य ही सज्जन पुरुष का धन होता है।
यह गुण आपके अंदर सन्निहित है।
★ अनवरत विकास
आपकी सृजनात्मक खूबी आपको हर दिन कुछ नया करने को अभिप्रेरित करती है। आपकी सूझ बूझ से आप अपनी कार्य प्रणाली में नवाचार पद्धति अपनाकर नए आयाम स्थापित करने में हमेशा सफलता का मार्ग प्रशस्त करते है जो नई पीढ़ी के साथ साथ उम्रदराज़ में भी उमंग और जोश भरने में सहायक साबित होता है।
★ आत्मविश्वास
आत्मविश्वास की ज्योति तो आपके नाम मे ही समाहित है, जो आपको सार्थक और मजबूत बनाती है।
अंतर्दृष्टि एवं अन्तर्भावना
आपकी अंतर्दृष्टि आपको पूर्णाकार एवं सकारात्मक परिणाम देने में सहयोगी सिद्ध होती है। तथा आपकी अन्तर्भावना बहुत ही शुद्ध एवम कोमल होने के बाबजूद भी कभी आपको जीवनरूपी पथ से विचलित नही होने देती।
आत्म चेतना
आप आत्म चिंतन के जरिए इस बात का विशेष ध्यान रखते हैं कि समाज एवं कार्य क्षेत्र में आपकी क्या छवि बन रही है। और ये लोग आपके प्रति कैसी भावना रखते है।
गौरवान्वित हूं एक ऐसी महान सख्शीयत से वर्चुअल मुलाकात करके।
ये मेरा सौभाग्य समझिए या फिर ईश्वर का चमत्कार… सच की दस्तक ने दी दस्तक ,मेरी मनोआकांक्षा यूं मानिए आकांक्षित हो गई ,मिलाया मेरी प्यारी बहन आकांक्षा ने । आकांक्षा जी का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं और हमेशा अग्रसर जीवन में सफलता उनके कदम चूमे बस यही फरियाद करती हूं। ह्रदय से साधुवाद मेरी बहन आकांक्षा को।
आधुनिक गुरुदेव आदरणीय डॉ सौरभ पाण्डेय जी को ह्रदय के अंतःस्थल से सभी देशवासियों की तरफ से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देती हूं कि आप जिस विश्व शांति, विश्व प्रगति, विश्व उत्थान का उद्देश्य लेकर मार्ग पर चले है।मानवता के मर्म को समझ कर मानवता धर्म का पाठ पढ़ाने पूरे विश्व को चल पड़े है, यकीनन आप ये मुकाम हासिल जरूर कर पाएंगे ।और विश्व में एक नए उदाहरण के रूप में जाने जाएंगे।
आपका अटल तीर्थ अटल मार्ग पर अटल विश्वास की ज्योति से समूचे विश्व को रोशनी से भर देगा।
आपके व्यक्तित्व में समावेश उपरोक्त कारकों के अतिरिक्त प्रभावशाली चरित्र, नेतृत्व की भावना, मस्तमौला अंदाज़ बिंदास, शीतल स्वभाव, हास्यरस से परिपूर्ण स्वभाव, संजीदा व्यक्तित्व आपकी पहचान है और हर महफ़िल की शान है। [POSDCORBJ ये एक ऐसा फॉर्मूला है जिसके अंदर आपके अंदर समाहित सभी गुण है।
Planing, Organization Staffing, Directing Co-ordinating, Reporting Budgeting
किसी भी कार्यक्रम की रूपरेखा उसकी योजना से शुरू होकर उससे बनने वाले बजट तक जाती है।
जिनमे उपरोक्त सभी चरण शामिल है, और इसी रूपरेखा से आप अपनी नई योजना को अंजाम देते है जो एक अच्छे तर्क, चिंतन और समन्वयिकरण करके सही दिशा निर्देशक तकनीकी, व्यवसायी, एक बेस्ट आर्गेनाइजर, रिपोर्टर की पहचान बन जाती है। इसी तरह सफलता रूपी पथ पर बढ़ते रहें आप । आपकी काबिलियत को लिखने बैठी तो कलम रुकने का नाम ही नही ले रही. “कलम की स्याही, और कागज़ भी कम पड़ सकता है। लेकिन आपकी तारीफ में दिल से निकले शब्द कभी कम नही पड़ सकते।
सम्मानों की झड़ी लग रही ,दुनियां में विख्यात हुए।
देश की इस धरती से लेकर, विदेशों तक सम्मानित हुए।।
सौरभ जी का सौहार्द सफर, देश विदेश कीर्तित हुआ।
छोटी सी कोशिश ये मेरी, इनके पथ को नाप लिया।।
ना कोई पैमाना ऐसा ,इनके पथ को मैं माप सकूं।
सर्वधर्म, सौहार्द भाव और बुद्धि चेतना मैं पा सकूं।।
इन्ही शुभकामनाओं के साथ अपने शब्दों को विराम देती हूं।