जबलपुर में 8 से 12 अक्टूबर 2024 तक घोष परिवार के पूर्वजों द्वारा 564 वर्ष पूर्व प्रारंभ की गई पारिवारिक दुर्गा पूजा का आयोजन टैगोर नगर, ग्वारीघाट रोड, बंगाली रीति रिवाज से हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इसमें मूलतः नयानगर, ढाका (बांग्लादेश) निवासी घोष परिवार एवं कुटुंब के लगभग 60 पारिवारिक सदस्यों के साथ-साथ टैगोर नगर, इन्द्रपुरी कॉलोनी तथा जबलपुर शहर के अन्य क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
दुर्गापूजा हेतु मूर्ति का निर्माण बंगाल से पधारे ख्यातिलब्ध मूर्तिकार संतोष कुमार पाल द्वारा राम कृष्ण आश्रम परिसर जबलपुर में ही किया गया। जबलपुर के प्रतिष्ठित घोष परिवार की पारिवारिक दुर्गापूजा का आयोजन प्रत्येक 8 वर्ष बाद घोष परिवार द्वारा कोलकाता एवं जबलपुर में आयोजित किया जाता है। बाकि 7 वर्षों में घोष परिवार के अन्य कुटुंबियों द्वारा कोलकाता एवं पश्चिम बंगाल तथा बांग्लादेश के अलग-अलग भागों में आयोजित किया जाता है।
इस पारिवारिक दुर्गापूजा का प्रारंभ मुगल शासनकाल के पूर्व वर्ष 1460 से किया जा रहा है। आज से 32 वर्ष पूर्व 1992 में घोष परिवार एवं मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता एससी घोष के पिता स्व. डॉ. प्रमोद चंद्र घोष द्वारा इस पारिवारिक दुर्गापूजा का आयोजन घोष परिवार के जबलपुर निवास में ही किया जाता है।