संस्कृति विभाग ने लाड़ली बहना योजना अंतर्गत आठ विभिन्न बोलियों में गीत लेखन और सांगीतिक रचना के विजेता घोषित किए हैं। हिंदी के लिए ग्वालियर के बृजेश सिंह यादव को प्रथम, विदिशा के राहुल विश्वकर्मा को द्वितीय और सिंगरौली के अशोक पांडे को तृतीय विजेता चयनित किया गया है। बुंदेली बोली के लिए नरसिंहपुर के सुमित दुबे को प्रथम शिवपुर के गिर्राज पालीवाल को द्वितीय और जबलपुर के निरंजन सिंह/प्रदीप सोनी को तृतीय स्थान पर चयनित किया गया है।
प्रतियोगिता में इसी तरह निमाड़ी बोली के लिए खरगोन के अंकुर जोशी को प्रथम, महेश्वर के हरीश दुबे को द्वितीय और खरगोन के यशवंत यादव को तृतीय स्थान के लिए चयनित किया गया है। मालवी बोली के लिए उज्जैन के पंडित हरी हरेश्वर पोद्दार को प्रथम, उज्जैन की डॉ तृप्ति नागर को द्वितीय और नरसिंहगढ़ के महेश राव को तृतीय स्थान पर चयनित किया गया है। कोरकू बोली में कोई प्रविष्टि प्राप्त नहीं हुई। वही बघेली, भदावरी, भीली और गोंडी बोली में प्राप्त गीत और ऑडियो क्लिप में किसी भी प्रतिभागी को पुरस्कार योग्य नहीं पाया गया।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन की लाड़ली बहना योजना पर आधारित हिंदी सहित प्रदेश की 8 विभिन्न बोलियों बुंदेली, बघेली, निमाड़ी, मालवी, भदावरी, भीली, गोंडी और कोरकू में गीत लेखन एवं साहित्यिक रचना में प्रतिभागियों से रचनाएँ आमंत्रित की गई थी।