राजस्थानी संस्कृति और कला के संरक्षण के लिए शहीद सीएस राठौड़ फाउंडेशन और केंद्रीय साहित्य अकादमी नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम मेदपाट का प्रथम दिवस का आयोजन उदयपुर स्थित विज्ञान समिति में हुआ। प्रथम दिवस में आयोजित मांडना मेहंदी और वात (कैणी) प्रतियोगिता में विभिन्न प्रतिभागियों ने जिसमें पन्द्रह से साठ वर्ष की महिलाओं तथा बच्चियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
कार्यक्रम की निदेशक डॉक्टर अनुश्री राठौड़ और उप निदेशक गोविंद सिंह राठौड़ ने बताया कि मेहंदी प्रतियोगिता में क्रमश प्रथम, द्वितीय और तृतीय पायल राठौड़, कविता झाला, विजय लक्ष्मी दाधीच रहीं और मांडना प्रतियोगिता में नीलम पटेल, सुशीला अग्रवाल, ख्याति श्रीमाली रही।
साथ ही कार्यक्रम के अंतिम दौर में बात कैणी साहित्य प्रतियोगिता में विभिन्न कथाकारों ने अपनी सार्थक संदेश देने वाली उत्कृष्ट लोक कथाएं प्रस्तुत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता शिखा सक्सेना उपनिदेशक क्षेत्रीय पर्यटन विभाग उदयपुर ने की। मुख्य अतिथि डॉ ममता धूपिया एमडी हेलो किड्स स्कूल और डॉ नीता मेहता अध्यक्ष, यूडब्ल्यूसीसीआई ने की। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों तथा रचनाकारों ने कार्यक्रम में अपनी अभिव्यक्ति पस्तुत की तथा कार्यक्रम के आयोजकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह कार्यक्रम राजस्थानी साहित्य के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है इसे लोगों में साहित्यिक के प्रति जागरूकता आएगी। कार्यक्रम का संचालन रेणु देवपुरा ने किया।
साहित्योत्सव संयोजक आशा पांडे ओझा और किरण बाला किरण ने बताया कि अल्प समय में आयोजित कार्यक्रम में शहर की महिलाओं ने बढ़चढ़कर भाग लिया और लुप्त हो रही कला संस्कृति के संरक्षण में अपनी भागीदारी भरपूर निभाई। इतना ही नहीं बल्कि कला और साहित्य के इस उत्सव को सफल बनाने में इन प्रतिभागी महिलाओं के पति, पुत्र व भाइयों ने भी पूरे समय दर्शक बन बड़े आत्मीयता से निहारा ।
राजस्थानी कला व संस्कृति के इस कार्यक्रम को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँचाने में निर्णायक के रूप में तरुण दाधीच, बिना चित्तोड़ा, अशोक जैन “मंथन”, रुकमण राठौड़, बृजराज सिंह जगावत, निर्मला शर्मा, दीपा पंत, शिव कुंवर झाला, मनोहर सिंह आशिया, हर्षा रविन्द्र तथा संयोजक में अनुविन्द सिंह राठौड़ सुनीता निमिष, सिम्मी सिंह , शिल्पी पांडे, डॉ प्रियंका भट, ममता जोशी, स्वाति सकुंत, डॉ करुणा दशोरा, ज्योति चौहान, लक्षिका राणावत, जिज्ञासा राणावत, जया चौहान, महेंद्र साहू आदि मौजूद रहे।