शहर समता विचार मंच महिला गोष्ठी कानपुर इकाई की महिला काव्य गोष्ठी सीमा वर्णिका के संयोजन में रचना सक्सेना की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। इस काव्यगोष्ठी की मुख्य अतिथि कविता उपाध्याय एवं विशिष्ट अतिथि अन्नपूर्णा बाजपेई तथा रजनी त्रिपाठी रहीं।
यह काव्य गोष्ठी 18 अक्टूबर को 4 बजे से 6 बजे तक चली, जिसका शुभारंभ अध्यक्षता रचना सक्सेना द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती माँ की मूर्ति में माल्यार्पण द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना की सुंदर प्रस्तुति सुनीता गुप्ता द्वारा की गयी। काव्य गोष्ठी का कुशल संचालन सीमा वर्णिका ने किया। इस काव्य गोष्ठी में सीमा अग्रवाल ने तुम जब भी आना नवप्रभात, संतोषी दीक्षित ने पिरोए प्रेम के मोती, सोनल ओमर ने जीवन में करुणा जैसी करुणामयी सुंदर काव्य प्रस्तुति से वातावरण गुंजित किया।
इसके उपरांत अर्चना गंगवार ने मैं सोडियम तुम पोटेशियम, नीरू श्रीवास्तव ने मीरा तो मैं जन्म जन्म की, रजनी त्रिपाठी ने मुहब्बत से बढ़कर नहीं चीज कोई, अन्नपूर्णा बाजपेई ने नारी का सम्मान करें, नहीं अपमान करें, सीमा वर्णिका ने क्यों जलाते रावण बतलाओ तुम, सुधा शर्मा ने लम्हा लम्हा बीत रहा धीरे-धीरे, सुनीता गुप्ता ने अब सुधि ले लो बनवारी, सौम्या ने सच कहूँ प्यार की डगर है बेटियाँ आदि ने अपनी सुंदर रचनाओं की प्रस्तुति द्वारा आयोजन में चार चांद लगा दियें। अध्यक्षीय सम्बोधन के बाद धन्यवाद ज्ञापन कानपुर इकाई की जिलाध्यक्ष सीमा वर्णिका ने किया।