डॉ. निशा अग्रवाल
शिक्षाविद, पाठयपुस्तक लेखिका
जयपुर, राजस्थान
शिक्षा वह दीप है जो जीवन के अंधकार को दूर कर, हमें उजाले की ओर ले जाता है। शिक्षक इस दीप के वह ज्योति-स्तंभ हैं, जो हमें केवल विषयों का ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि जीवन की अनमोल सीख भी सिखाते हैं। आज के युग में, शिक्षा केवल परीक्षा पास करने या डिग्री प्राप्त करने का साधन नहीं है; यह हमारी सोच को विकसित करने, हमें जिम्मेदार नागरिक बनाने और समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम है।
युवा पीढ़ी को चाहिए कि वे अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता की भावना बनाए रखें, क्योंकि वे न केवल हमें पुस्तक ज्ञान देते हैं, बल्कि हमें जीवन का सही मार्ग भी दिखाते हैं। शिक्षक हमें समझाते हैं कि असफलता के बावजूद कैसे उठना है, चुनौतियों का सामना कैसे करना है और नैतिकता, ईमानदारी तथा मेहनत के साथ जीवन जीना कैसे है।
आज की दुनिया में, जहां जानकारी की प्रचुरता है, वहाँ सही ज्ञान और मार्गदर्शन का महत्त्व और भी अधिक हो गया है। शिक्षक आपके जीवन में वह प्रेरणा स्रोत हैं जो आपको सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद करते हैं। इसलिए केवल शैक्षणिक उपलब्धियों पर ध्यान न देकर, चरित्र निर्माण, नैतिक मूल्यों और समाज सेवा में भी अग्रणी बनें।
शिक्षा की यह यात्रा कभी समाप्त नहीं होती। जीवन के हर मोड़ पर कुछ नया सीखने की जिज्ञासा बनाए रखें। शिक्षक आपको प्रेरणा देते हैं, परन्तु अपने जीवन की दिशा तय करना और अपने सपनों को साकार करना आपकी ही जिम्मेदारी है।
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। कठिन परिश्रम, अनुशासन और आत्म-विश्वास से ही सच्ची सफलता प्राप्त की जा सकती है। शिक्षा आपको वह क्षमता देती है कि आप न केवल अपने लिए बल्कि समाज के लिए भी कुछ बड़ा और सार्थक कर सकें।
इस शिक्षक दिवस पर, अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त व्यक्त करते हुए यह संकल्प लें कि आप उनके द्वारा दी गई सीख को अपने जीवन में आत्मसात करेंगे। उनके प्रयासों को सार्थक बनाएंगे और एक सशक्त, सुदृढ़ और आदर्श समाज की नींव रखने में अपना योगदान देंगे।
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और आपकी जीवन यात्रा ज्ञान और सफलता से परिपूर्ण हो।