14 माह से अवकाश के इंतजार में मध्य प्रदेश पुलिस का मैदानी अमला

मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेन्द्र दुबे ने बताया कि प्रदेश के साथ-साथ जबलपुर जिले के पुलिस कर्मी कोरोना महामारी में प्रथम लहर से वर्तमान तक 14 माह से लगातार अपनी सेवा निरंतर 24 घंटे सातों दिन कोरोना की रोकथाम में दे रहे हैं।

मैदानी पुलिस अमला लगातार काम करने के कारण मानसिक तनाव व बीमारियों से ग्रसित हो रहा है। इनके कंधो पर निरंतर कानून व्यवस्था संभालने, कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करना, प्रमुख त्यौहारों को शांतिपूर्ण ढंग से भाईचारे के साथ सम्पन्न करना, यातायात दुरूस्त रखना, यातायात दुरूस्त रखने के साथ साथ अपराध पर अंकुश लगाने की महात्वपूर्ण जिम्मेदारी है साथ ही साथ इनके उपर पारिवारिक जिम्मदारी वे दावित्व है।

पूर्ववर्ती सरकार द्वारा इनके व इनके परिवार की पीड़ा को समझते हुए सप्ताह में एक दिवस अवकाश के आदेश किये गये थे, जो अमल में आने के साथ ही ठंडे बस्ते में चले गये है। पुलिस कर्मियों का मैदानी अमला अपने परिवार से दूर रहकर लगातार हम सब की रक्षा व सुरक्षा में निरंतर लगा हुआ है।

संघ के योगेन्द्र दुबे, संजय यादव, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डेय, ब्रिजेश मिश्रा, योगेन्द्र मिश्रा, आशुतोष तिवारी, नितिन अग्रवाल, श्याम नारायण तिवारी, मनीष चौबे, गगन चौबे, प्रियाषु शुक्ला, नितिन शर्मा, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, संतोष तिवारी, मनीष लोहिया, किशोर दुबे, देवदत्त शुक्ला, सोनल दुबे, मनोज सेन, अभिषेक मिश्रा, ब्रिजेश गोस्वामी, मनोज पाठकर, राजीव पाठक, अनुराग मिश्रा, मनीष शुक्ला, विजय कोष्टी, अब्दुल्ला चिश्ती, सतीश पटेल आदि ने एक मांग पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, मुख्य सचिव व गृह सचिव को ई-मेल के माध्यम से भेजकर मांग की है कि पुलिस कर्मियों को सप्ताह में एक दिवस विश्राम अवकाश प्रदान किया जाए, ताकि इन्हें शारीरिक व मानसिक पीड़ा से राहत मिले व परिवार के दायित्व व कर्तव्यों का निर्वाहन उचित ठंग से कर सकें।