एमपी में स्मार्ट मीटरिंग और फीडर सेपरेशन के लिए 1120 करोड़ रुपए का ऋण देगा जर्मनी का केएफडब्‍ल्‍यू बैंक

मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटरिंग, फीडर सेपरेशन जैसे कार्यों के लिए और  प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित कर उन्‍नत बनाने के लिए राज्‍य शासन के ऊर्जा विभाग ने आज केएफडब्‍ल्‍यू डेव्लपमेंट बैंक जर्मनी के साथ ऋण एवं अनुदान हेतु अनुबंध हस्‍ताक्षरित किया।

भोपाल में पावर मैनेजमेंट कंपनी के क्षेत्रीय कार्यालय में राज्‍य शासन की ओर से ऊर्जा विभाग के सचिव व एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक विवेक पोरवाल, एमपी पॉवर मैनेजमेंट कंपनी की ओर से डायरेक्टर कॉमर्श‍ियल राजीव केसकर एवं बैंक के प्रतिनिधि के तौर पर हेमंत भटनागर ने इस आशय के अनुबंध पत्रों पर हस्‍ता‍क्षर किए।

विद्युत क्षेत्र को मजबूत बनाने की दिशा में प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों में प्रस्‍तावित विभिन्‍न विकास कार्यो के लिए 1400 करोड़ रूपए के वित्‍त पोषण हेतु पृथक ऋण अनुबंध, पृथक अनुदान अनुबंध एवं प्रोजेक्‍ट अनुबंध हस्‍ताक्षरित किए गए।

इस वृहद योजना में 1120 करोड़ रूपए का ऋण केएफडब्‍ल्‍यू डेव्लपमेंट बैंक प्रदान करेगा। प्रदेश शासन इस योजना में शेष 280 करोड़ रूपए की राशि ऊर्जा विभाग को उपलब्‍ध कराएगा। विद्युत सुधार के इन प्रयासों से प्रदेश में मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी व पश्च‍िम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनियों के कार्य क्षेत्र में स्मार्ट मीटरिंग, फीडर सेपरेशन जैसे कार्य किए जा सकेंगे।

उल्‍लेखनीय है कि भारत सरकार के वित्‍त मंत्रालय ने 23 दिसम्‍बर 2021 को केएफडब्‍ल्‍यू डेव्लपमेंट बैंक जर्मनी के साथ ऋण अनुबंध एवं अनुदान अनुबंध हस्‍ताक्ष‍रित किया था। मध्‍यप्रदेश शासन इसी अनुबंध के आधार पर प्रदेश के विद्युत क्षेत्र को सुदढ़ बनाने हेतु प्रयासरत है।