भोपाल में प्रदान किया जाएगा देश का पहला ग्रामीण जनजातीय तकनीकी प्रशिक्षण

एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर 13 मई को प्रात: 11 बजे ग्रामीण जनजातीय तकनीकी प्रशिक्षण का शुभारंभ करेंगे। कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में होने वाले कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, सांसद वीडी शर्मा और राष्ट्रीय अध्यक्ष जनजातीय मोर्चा समीर उरांव भी शामिल होंगे।

प्रबंध संचालक, क्रिस्प डॉ श्रीकांत पाटिल ने बताया कि कौशल एवं उद्यमिता मंत्रालय एवं राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से जनजातीय युवाओं के लिये ‘संसदीय संकुल परियोजना’ का शुभारंभ किया जा रहा है। इस परियोजना में ग्रामीण जनजातीय युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि प्रयोग के तौर पर सर्वप्रथम मध्यप्रदेश में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में इस प्रायोगिक परियोजना के सफल संचालन के बाद यह परियोजना पूरे भारत में कार्यान्वित की जाएगी। प्रथम चरण में ‘प्रायोगिक परियोजना’ के रूप में भारत के 6 राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और ओडिसा से चयनित 17 ज़िलों के 17 समूहों के लगभग 250 लाभार्थी शामिल होंगे।

जनजातीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने पर चर्चा करने 40 सांसदों का दो दिवसीय सम्मेलन मुंबई में किया गया था। जहाँ भारत के विभिन्न विशेषज्ञों एवं सरकारी संगठनों ने अपने अनुभव साझा किये। इसमें विभिन्न विषय और नीतिगत माध्यमों से जनजातीय क्षेत्र में किए गए कार्यों और नाबार्ड की योजनाओं को प्रस्तुत किया गया।

पिछले 2 वर्षों में इस विषय पर गहन चर्चा, विशेषज्ञों, अनुसूचित जनजाति संगठनों के साथ बातचीत के बाद ‘संसदीय अनुसूचित जनजातीय क्लस्टर विकास परियोजना’ का विचार प्रस्तुत किया गया और इसे प्रारम्भ करने के लिये योजना तैयार की गई। इस योजना के कार्यान्वयन हेतु लोकसभा और राज्यसभा के 40 जनजातीय सांसदों द्वारा भारत के 15 राज्यों से 49 समूहों का चयन किया गया है।