Saturday, April 27, 2024
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मप्र के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से लाये गए एक और चीते ‘शौर्य’ की मौत

भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में एक और चीते की मौत हो गई। चीतों की मॉनिटरिंग कर टीम ने नामीबिया से लाए गए नर चीता ‘शौर्य’ को मंगलवार को सुबह करीब 11.00 बजे उसे देखा तो वह अचेत और कमजोर दिख रहा था। टीम ने उसे सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) दिया तो उसकी हालत में थोड़ा सुधार आया, लेकिन दोपहर करीब सवा तीन बजे शौर्य ने दम तोड़ दिया। इसे मिलाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अब तक तीन शावकों समेत 10 चीतों की मौत हो चुकी है।

वन विभाग के एपीसीसीएफ और डायरेक्टर लॉयन प्रोजेक्ट के हवाले से बताया है कि मंगलवार सुबह करीब 11 बजे नामीबिया से आया चीता ‘शौर्य’ अचेत अवस्था में मिला था। मॉनिटरिंग टीम तत्काल हरकत में आई। उसे ट्रैंकुलाइज किया गया। कुछ देर के लिए तो उसे होश आया, लेकिन कमजोरी बहुत अधिक थी। रिवाइवल के बाद भी कुछ जटिलताएं उभर आईं और उसने सीपीआर को रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया। मौत के कारणों की पुष्टि के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। इसके बाद ही उसकी मौत के कारणों का पता चल सकेगा।

केन्द्र सरकार के महत्वाकांक्षी चीता प्रोजेक्ट के तहत यहां नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते लाकर बसाए गए थे। इनमें नामीबिया से आठ चीतों का पहला ग्रुप 17 सितंबर, 2023 को प्रधानमंत्री मोदी के जन्म दिन पर उनकी मौजूदगी में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा गया था। इसके बाद अन्य 12 चीते फरवरी, 2023 में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे। इनमें से नामीबियाई मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इसके बाद मार्च से अगस्त के बीच यहां अलग-अलग कारणों से तीन शावकों समेत नौ चीतों की मौत हो चुकी थी। यह मरने वाला दसवां चीता है।

कूनो राष्ट्रीय उद्यान में पहली मौत 26 मार्च, 2023 को हुई थी। नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा ने किडनी संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया था। इसके बाद नर चीता उदय की मौत 23 अप्रैल, 2023 को कार्डियो पल्मोनिरी फेलियर के चलते हुई थी। इसके बाद दक्षा की मौत 9 मई, 2023 को नर चीतों के साथ हिंसक इंट्रक्शन के चलते हो गई थी। नामीबियाई मादा चीता सियाया (ज्वाला) के चार शावकों में से एक की मौत 23 मई को, इसके बाद दो की मौत 25 मई को डिहाइड्रेशन से हो गई थी। इसके बाद 11 जुलाई को साउथ अफ्रीकी चीता तेजस की मौत नामीबियाई मादा चीता नाभा (सवाना) के साथ हिंसक इंट्रक्शन के चलते हो गई थी। इसके बाद दो अगस्त, 2023 को भी एक और चीता की मौत हो गई थी। अब 16 जनवरी, 2024 को दसवें चीता ‘शौर्य’ ने भी दम तोड़ दिया।

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