अगर 15 जुलाई तक नहीं हुआ विद्युत कार्मिकों की समस्याओं का निराकरण तो तीव्र आंदोलन करेगा यूनाइटेड फोरम

electrical workers

यूनाइटेड फोरम फ़ॉर पावर एम्प्लॉयीज एन्ड इंजीनियर्स की प्रदेश कार्यकारिणी के कंपनी संयोजक, अध्यक्ष, रीजनल एव जिला संयोजकों की बैठक प्रदेश संयोजक व्हीकेएस परिहार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।

बैठक में सभी के विचार जानते हुए निर्णय लिया गया कि बैठक में अवगत कराया गया कि 15 जुलाई तक शासन स्तर पर विधुत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण हेतु निर्देशित किया गया है। यूनाइटेड फोरम को उम्मीद है कि संगठन की बातों को शासन स्तर पर चर्चा कर निराकरण किया जाएगा।

बैठक में निर्णय लिया गया कि यूनाइटेड फोरम आश्वस्त तो है फिर भी 15 जुलाई के बाद प्रस्तावित तीव्र आंदोलन के लिए अभी से तैयारी शुरू की जाएगी। यूनाइटेड फोरम को सशक्त बनाने हेतु सभी जिला संयोजक व अध्यक्ष संभाग एव उप संभाग स्तर पर संगठन के कम से कम 5 पदाधिकारी नियुक्त कर उन्हें सक्रिय करेंगे।

सभी रीजनल संयोजक सभी जिला संयोजक से चर्चा कर जिलों में यूनाइटेड फोरम के पदाधिकारियो की सक्रियता पर समीक्षा करेंगे। यदि आवश्यक हो तो जिला पदाधिकारियो के परिवर्तन हेतु प्रदेश संयोजक को 20 जून तक प्रस्ताव बना कर अवश्य देंगे।

सभी कंपनी संयोजक उक्त कार्य की समीक्षा रीजनल संयोजकों से अवश्य करेंगे। पूर्व में प्रेषित 5 बिंदुओं के स्थान में सभी वर्गों की समस्याओं को ध्यान में रखकर 11 सूत्रीय मांग पत्र शासन को प्रेषित किया जावे। सभी पदाधिकारी अन्य मुद्दों के संबंध में 20 जून तक प्रदेश संयोजक को अवगत कराएं, ताकि उन्हें एजेंडे में शामिल किया जा सके।

हमारे अनुकूल निर्णय न होने की स्थिति में 20 जुलाई से आंदोलन प्रारम्भ किया जावे। इस संबंध में अन्य संगठन भी यदि फोरम के साथ आना चाहे तो उनसे भी चर्चा की जावे। 1 जुलाई से 10 जुलाई तक कंपनी संयोजक व रीजनल संयोजक अपने अपने कंपनी व रीजन का दौरा कार्यकम तय कर जनजागरण बैठके सभाएं करेंगे।

अंत मे प्रदेश संयोजक ने कहा कि यूनाइटेड फोरम विधुत कंपनियों में कार्यरत हर वर्ग के लिए संघर्षरत रहेगा, जबकि कतिपय वर्ग के संगठन द्वारा उनके वर्ग को फोरम से दूर रखने का प्रयास कर गुमराह किया जाता रहा है। परंतु प्रसन्नता है कि यूनाइटेड फोरम के प्रति विधुत उद्योग में कार्यरत हर वर्ग के विद्युत अधिकारी एवं कर्मचारियों का अटूट विश्वास प्राप्त हो रहा है।