नई दिल्ली (हि.स.)। आम आदमी पार्टी के महेश खींची ने गुरुवार को भाजपा के किशोर लाल को हराकर दिल्ली में मेयर पद का चुनाव जीत लिया। इस वर्ष मेयर पद एससी उम्मीदवार के लिए आरक्षित था। उनका कार्यकाल अगले साल मार्च तक रहेगा। चुनाव अप्रैल में होने थे लेकिन इसमें देरी हुई।
करोल बाग के देवनगर से आआपा पार्षद महेश खींची आज मेयर पद के लिए दिल्ली नगर निगम की कार्यवाही के दौरान हुए मतदान में जीत दर्ज की है। 273 के सदन में 8 पार्षदों ने मतदान नहीं किया। 265 पार्षदों में 133 वोट आआपा और 130 वोट भाजपा उम्मीदवार को मिले और दो को आमान्य करार दिया गया है। कांग्रेस ने मेयर पद पर चुनाव का बहिष्कार किया था। उसका कहना था कि दलित उम्मीदवार को पूरे एक साल का कार्यकाल मिलना चाहिए।
महेश खींची, शैली ओबेरॉय की जगह लेंगे। चुनाव में हुई देरी के चलते वे अब केवल पांच महीने यानी अगले साल मार्च तक मेयर रहेंगे। जीत के बाद महेश खींची ने आआपा संयोजक अरविंद केजरीवाल और जीत में भागीदार बने सभी पार्षदों का विशेष धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वे जितना समय मिला अब दिल्ली के लिए काम करेंगे। वे विशेष तौर पर दिल्ली में स्वच्छता पर ध्यान देंगे।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन में मेयर चुनाव के दौरान अराजकता की स्थिति भी देखने को मिली। कांग्रेस पार्षदों ने दलित मेयर के लिए आवंटित कार्यकाल कम किए जाने के मुद्दे पर नारेबाजी की और आसन के समक्ष आ गए। वहीं आआपा पार्षदों ने केजरीवाल जिंदाबाद के नारे लगाए।