नई दिल्ली (हि.स.)। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कल रात की घटना के बाद फिर से हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। कल रात कॉलेज में भीड़ ने घुसकर तोड़-फोड़ की थी। यह घटना तब हुई जब कॉलेज में प्रशिक्षु डाक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या की घटना के खिलाफ डॉक्टर और अन्य कर्मी शांति मार्च निकालने जा रहे थे। आज की हड़ताल की घोषणा से एक बार फिर से देश में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की आशंका है।
उल्लेखनीय है कि फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद जनहित में अपनी हड़ताल वापस लेने का फैसला किया था।
एसोसिएशन का कहना है कि केन्द्र और राज्य सरकार संकट की इस स्थिति में अपनी प्रतिबद्धताओं और स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही हैं। इसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। हाल के घटनाक्रम की गंभीरता और न्याय की बड़ी मांग को देखते हुए हमने तुरंत प्रभाव से हड़ताल फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
एक प्रेस वक्तव्य में एसोसिएशन ने कहा कि मंत्रालय के आश्वासन के आधार पर विश्वास कर हमने हड़ताल को वापस लेने का फैसला किया था। लेकिन इस फैसले से मेडिकल समुदाय में संकट और निराशा पैदा हुई है। अपने पिछले फैसले की जिम्मेदारी और इससे पैदा हुए व्यापक असंतोष काे हम समझते हैं। इसके बाद हुए घटनाक्रम खासकर कल रात की हिंसा ने हम सभी को चौंका दिया है और पीड़ा पहुँचाई है। यह डॉक्टरी पेशे के लिए एक काला अध्याय है।
वक्तव्य में आगे कहा गया है, “पिछले कुछ दिनों की घटनाओं ने हमारे अधिकारों, हमारी गरिमा और हमारे पेशे के भविष्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत किया है। यह एक निर्णायक क्षण है। हमें न्याय और अपने हक के सम्मान के लिए अपने संघर्ष में एकजुट और दृढ़ रहना चाहिए।”