मुंबई (हि.स.)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शरद पवार द्वारा महागठबंधन को मिले भारी वोटों और ईवीएम को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बतौर वरिष्ठ नेता कम से कम पवार तो जनता को गुमराह न करें।
विपक्ष ने राज्य के विधानसभा चुनाव में महायुति को मिले वोटों पर संदेह जताया है। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव के दौरान ईवीएम में धांधली हुई है। शरद पवार ने महागठबंधन को मिलने वाले वोटों पर भी संदेह जताते हुए कहा था कि बीजेपी बड़े राज्यों में है और हम छोटे राज्यों में हैं। वोटों के आंकड़े देखकर हैरानी होती है। अजीत दादा ग्रुप को 58 लाख वोट मिले और 41 उम्मीदवार चुने गए। वहीं कांग्रेस को 80 लाख वोट मिले और उनके 15 विधायक निर्वाचित हुए। बतौर शरद पवार चुनाव नतीजों के बाद राज्य में कोई उत्साह नहीं है। पवार ने बताया कि ग्रैंड अलायंस में पार्टियों को कम वोट मिले और अधिक सीटें मिलीं, जबकि महाविकास अघाड़ी में पार्टियों को अधिक वोट मिले और कम सीटें मिलीं। इसका जवाब अब मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने ट्विटर (एक्स) पर दिया है।
ज्यादा वोट मिलने के बाद भी सीटें कम क्यों? इस पर आंकडे साझा करते हुए फडणवीस ने बताया कि 2024 लोकसभा में बीजेपी को 1,49,13,914 वोट मिले और सिर्फ 9 सीटों पर जीत हासिल हुई। लेकिन कांग्रेस को 96,41,856 वोट और 13 सीटें मिलीं। वहीं शिवसेना को 73,77,674 वोट और 7 सीटें मिलीं, जबकि एनसीपी-शरद पवार समूह को 58,51,166 वोट और 8 सीटें मिलीं।
फडणवीस ने विस्तार से बात रखते हुए कहा कि 2019 लोकसभा का उदाहरण बहुत कुछ कहता है। उस चुनाव मे कांग्रेस को 87,92,237 वोट मिले और उसे 1 सीट पर जीत हासिल हुई थी। जबकि तत्कालीन एनसीपी के पास 83,87,363 वोट थे और उसने 4 सीटें जीतीं थी। फडणवीस ने पवार को संबोधित करते हुए कहा कि आप वरिष्ठ नेता हैं, कम से कम आपको देश की जनता को गुमराह नहीं करना चाहिए। यदि आप हार स्वीकार कर लेंगे तो आप इससे जल्दी बाहर निकल जायेंगे! फडणवीस ने शरद पवार से अपील की है कि आप अपने सहयोगियों को आत्ममंथन करने की सलाह दीजिए।