हमारे दैनिक जीवन में मुहूर्त का विशेष महत्व है। हम सभी शुभ और मांगलिक कार्य मुहूर्त देखकर ही करते हैं और जब बात दीपावली को हो तो पूजन से लेकर खरीदारी भी मुहूर्त देखकर ही की जाती है। आज त्रिपुष्कर योग है, जिसमें मंगल पुष्य और त्रिपुष्कर योग का दुर्लभ संगम है। ये योग सोना-चांदी, प्रॉपर्टी खरीदने, कंस्ट्रक्शन शुरू करने के लिए अत्यंत ही शुभ मुहूर्त है। इस मुहूर्त में घर में सुख समृद्धि लेकर आता है, इसलिए इस मुहुर्त में सोना खरीदना अत्यंत ही शुभ होगा।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार आज त्रिपुष्कर योग, मंगल पुष्य शाम 5.08 बजे से रहेगा। इस दौरान वस्त्र, आभूषण, वाद्य यंत्र, गृहारंभ, वाहन, फर्नीचर, बिजली उपकरण खरीदना उत्तम होगा। इसके बाद धनतेरस से एक दिन पहले भी खरीदारी का महामुहूर्त होगा, 4 नवंबर को अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि और त्रिपुष्कर योग का दुर्लभ संयोग होगा। इस दिन भी सोना,चांदी और ज्वेलरी, खरीदना शुभ माना जाता है। वहीं दीपावली या इससे पहले पुष्य नक्षत्र का आना अत्यंत शुभ माना जाता है। दीपावली से पहले इस बार पुष्य नक्षत्र कल 31 अक्टूबर बुधवार को आ रहा है। चूंकि पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति हैं और इस बार यह भगवान श्रीगणेश के दिन बुधवार को आ रहा है, इसलिए यह विशेष शुभकारक योग का निर्माण कर रहा है। पुष्य नक्षत्र 30 अक्टूबर की रात्रि में 3 बजकर 50 मिनट से प्रारंभ होकर 31 अक्टूबर को रात्रि 2 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इस प्रकार पुष्य नक्षत्र का संपूर्ण योग बुधवार 31 अक्टूबर के दिन रहेगा। यह दिन घर में नई वस्तुएं लाने के लिए अत्यंत शुभ दिन होगा। इस दिन सोना, चांदी, बर्तन, कपड़े, जेवर, भूमि, भवन, वाहन आदि खरीदने के लिए शुभ योग है।