एडमिरल करमबीर सिंह ने आज 24वें नौसेना प्रमुख के रूप भारतीय नौसेना की कमान संभाल ली। एडमिरल करमबीर सिंह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के छात्र रहे। वे जुलाई 1980 में भारतीय नौसेना में शामिल हुए।
एडमिरल करमबीर सिंह ने 1981 में हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में अपनी पहचान कायम की और चेतक (अलौएट) और कामोव हेलीकॉप्टरों में व्यापक तौर पर उड़ान भरी। वे रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन, कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर, मुंबई से स्नातक हैं। उन्होंने इन दोनों संस्थानों में निर्देशन स्टाफ के रूप में कार्य किया है। उन्होंने 39 साल से अधिक के अपने कार्यकाल में, भारतीय तटरक्षक जहाज चांदबीबी, मिसाइल कार्वेट आईएनएस विजयदुर्ग के साथ ही दो गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर, आईएनएस राणा और आईएनएस दिल्ली की कमान संभाली। उन्होंने पश्चिमी बेड़े के बेड़ा संचालन अधिकारी के रूप में भी काम किया। उन्होंने नौसेना मुख्यालय में नौसेना (वायु) के संयुक्त निदेशक के रूप में और मुंबई में नौसेना वायु स्टेशन के कप्तान (वायु) और प्रभारी अधिकारी के रूप में कार्य किया। उन्होंने एयर क्रू इंस्ट्रूमेंट रेटिंग और श्रेणीकरण बोर्ड (एयरकैट्स) के सदस्य के रूप में भी काम किया। वाइस एडमिरल के पद पर, वे करवार में नौसेना के विस्तार और आधुनिक आधार के बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़े प्रोजेक्ट सीबर्ड के प्रभारी महानिदेशक रहे हैं। रक्षा मंत्रालय एकीकृत मुख्यालय (नौसेना) में, एडमिरल नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख और बाद में नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख रहे हैं। वे आज नौसेना स्टाफ के प्रमुख के रूप में पदभार संभालने से पहले विशाखापत्तनम में फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ थे।