महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 2018 के नारी शक्ति पुरस्कारों के लिये नामांकन आमंत्रित किये हैं। ये भारत में महिलाओं के लिये सर्वोच्च सम्मान है। ये प्रतिष्ठित पुरस्कार उन महिलाओं एवं संस्थाओं को दिये जाते हैं, जो महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में अनवरत कार्य कर रहे हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कहा है कि हम 1999 से नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान कर रहे हैं और हमने उन उत्साही महिलाओं के व्यापक आंकड़े जुटाये हैं, जो अवरोधों से ऊपर उठीं। जिन्होंने नये क्षेत्रों में कदम रखा और समाज के लिये एक स्थायी योगदान दिया। इस वर्ष भी हम उन महिलाओं और संस्थानों से आगे आकर नामांकन करवाने की अपील करते हैं, जिन्होंने महिला उत्थान के लिये समाज में असाधारण कार्य किया है।
2018 के नारी शक्ति पुरस्कारों के लिये नामांकन 31 अक्टूबर 2018 तक खुला हुआ है। जो नामांकन करवाना चाहें वे अपना विवरण उप सचिव (डब्ल्यूडी एवं आईसी), महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, कमरा संख्या 632, छठवां तल, शास्त्री भवन, नयी दिल्ली 110001 को भेज सकते हैं। आवेदक http://www.wcd.nic.in/award पर जाकर पुरस्कारों के दिशा-निर्देश पढ़कर अपना आवेदन भेज सकते हैं।
पुरस्कारों के लिये स्वनामांकन पर भी विचार किया जाता है। चयन समिति स्व-विवेक के आधार पर राज्य सरकारों एवं केंद्रीय मंत्रालयों के द्वारा भेजे गये नामों के अतिरिक्त नामों पर भी विचार कर सकती है। एक अनुवीक्षण समिति पुरस्कार के लिये प्राप्त नामों की जांच करेगी और उन्हें छांटेगी और इस कार्य के लिये गठित चयन समिति उन व्यक्तियों एवं संस्थाओं की उपलब्धियों पर विचार करेगी जिनके नाम की संस्तुति सक्षम प्राधिकारी द्वारा की गयी होगी। इस पुरस्कार के विजेताओं की पहचान करने में उनके द्वारा इस क्षेत्र में किये असाधारण कार्यों को ही सबसे ज्यादा प्रमुखता दी जायेगी। पुरस्कार के अंतिम विजेताओं का चयन एक राष्ट्रीय चयन समिति द्वारा किया जायेगा जो कि अनुवीक्षण समिति द्वारा भेजे गये नामों पर विचार करेगी।