राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में वर्ष 2016 के लिए संगीत नाटक अकादमी की फेलोशिप (अकादमी रत्न) और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (अकादमी पुरस्कार) प्रदान किए। इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कला लोगों को संस्कृति के साथ जोड़ती है। यह लोगों में पारस्परिक संबंध भी बनाती है। राष्ट्रीय गान गाते या सुनते हुए हर नागरिक अपनी निजी आकांक्षाओं से ऊपर उठ जाता है। कलाकारों को कला की इस शक्ति का हमारे समाज और देश के हित में इस्तेमाल करन चाहिए।
राष्ट्रपति ने जनजातीय संगीत, नृत्य, थिएटर और पारंपरिक लोक कलाओं के क्षेत्र में कलाकारों का सम्मान करने के लिए संगीत नाटक अकादमी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इन लोक कलाओं ने हमारे देश की परम्पराओं को जीवित रखा है। संगीत नाटक अकादमी की फेलोशिप और संगीत नाटक अकादमी के पुरस्कारों को कलाकारों, प्रशिक्षकों और कला विद्वानों में सर्वाधिक अभीष्ट राष्ट्रीय सम्मान के रूप में माना जाता है।