शिक्षक दिवस पर उप-राष्ट्रपति एम वैकेंया नायडू ने आज देश के 45 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2017 प्रदान किए। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा सहित अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षक राष्ट्रीय विकास के प्रमुख कर्णधार हैं। उन्होंने कहा कि आप शिक्षकों की बदौलत हमारी शिक्षा प्रणाली स्थिर गति से उत्कृष्टता की ऊंचाईयों तक बढ़ रही है। आपके शानदार योगदान को मानते हुए सरकार न सिर्फ आपको मान्यता देती है बल्कि आपको प्रतिबद्धता, उत्कृष्टता और कर्तव्यपरायणता का प्रतीक समझती है। उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि दुनिया के सभी देश भारत को विश्व गुरु मानते हैं। उन्होंने कहा कि ज्ञान और विद्या के क्षेत्र में हमारा योगदान हजारों वर्ष पुराना है। बहरहाल, आज बच्चों, युवाओं और वयस्कों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना हमारे लिए एक चुनौती है।
प्रकाश जावड़ेकर ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षण अत्यंत सम्मानीय पेशा है और शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य शिक्षकों को राष्ट्र विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित करना है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हमने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की चयन प्रक्रिया में बदलाव किया है। इस वर्ष अभिनव शिक्षण पद्धति, सूचना प्रोद्योगिकी के इस्तेमाल, रचनात्मक शिक्षण, समुदायों को प्रेरित करने और नागरिक भावना को प्रोत्साहन देने के लिए शिक्षकों को चुना गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को सिफारिशों पर नहीं, बल्कि उनके प्रदर्शन के आधार पर पुरस्कृत किया गया है।