जबलपुर (लोकराग)। बगैर जरूरी कारण के बिजली आपूर्ति बंद होने पर संबंधित क्षेत्र के इंजीनियर के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। बिजली कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी यह महसूस करें कि अगर इस गर्मी में उनके घर की बिजली एक घण्टे बंद रहेगी तो उनके परिवार को कैसा लगेगा। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह बात भोपाल में आज मंत्रालय में बिजली ट्रिपिंग और मेंटेनेंस की समीक्षा के दौरान कही।
प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि कंपनी के संबंधित क्षेत्र के कार्यपालन अभियंता से लेकर जूनियर इंजीनियर तक मोहल्ले में उपभोक्ताओं के साथ बैठक कर संवाद करें। उन्हें ट्रिपिंग के कारण बतायें। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर पुरानी केबल के कारण ट्रिपिंग हो रही है, वहाँ के केबल बदलें।
मीटर रीडिंग निर्धारित दिनांक को लें
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हर माह मीटर रीडिंग निर्धारित दिनांक को लें। उन्होंने अनुमानित बिल भेजने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अगर किसी माह में उपभोक्ता का बिल आश्चर्यजनक ढंग से ज्यादा आता है तो उसका परीक्षण करें।
मेंटेनेस की जानकारी मीडिया में दे
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों में बिजली मेंटेनेंस किया जा रहा है, उसके दिनांक और समय की जानकारी विभिन्न समाचार माध्यमों के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुँचायें। प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि वरिष्ठ अभियंता समय-समय पर जनप्रतिनिधियों, किसान संगठनों, सामाजिक संगठनों और व्यापारिक संगठनों से मिलकर ऊर्जा विभाग की कार्यप्रणाली, समस्याएं और समाधान से अवगत करायें।
फेसबुक, एक्स आदि सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हो रही शिकायतों का भी समाधान किया जाये। हर सर्किल स्तर पर एक टेलीफोन नम्बर शिकायत के लिए रखा जाये। इस पर प्राप्त होने वाली शिकायतों की मॉनीटरिंग वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाये।
अच्छा कार्य करने वाले को करें पुरस्कृत
प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि बिजली कंपनी के किसी भी अधिकारी कर्मचारी द्वारा अच्छा कार्य करने पर उसे पुरस्कृत किया जाये। वसूली आदि के दौरान उनके साथ होने वाली मारपीट की घटनाओं पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं
अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं है। हर हाल में सतत विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करें। स्थानीय कारणों से बाधित होने वाली विद्युत आपूर्ति का निराकरण समय-सीमा में करें।
बैठक में ओएसडी विजय गौर, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।