डीआरडीओ ने स्वदेशी लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) का आज 1 अक्टूबर को लंबी रेंज पर स्थित एक टारगेट को भेदते हुए सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। यह परीक्षण 22 सितंबर 2020 को किए सफल परीक्षण की निरंतरता में केके रेंजेज (एसीसीएंडएस) में एमबीटी अर्जुन से किया गया।
एटीजीएम 1.5 से 5 किमी के रेंज में एक्सप्लोसिव रिएक्टिव आर्मर (ईआरए) संरक्षित बख्तरबंद वाहनों को भेदने के लिए एक क्रमबद्ध हीट वारहेड तैनात करती है। इसे मल्टी प्लेटफार्म लांच क्षमता के साथ विकसित किया गया है और वर्तमान में एमबीटी अर्जुन से की 120 एमएम राइफल्ड गन से इसका तकनीकी मूल्यांकन परीक्षण किया जा रहा है।
इसका लेजर गाइडेड मिसाइल का विकास पुणे स्थित हाई एनर्जी मैटेरियल्स रिसर्च लैबोरेटरी (एचईएमआरएल) तथा देहरादून स्थित इंस्ट्रूमेंट्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट (आईआरडीई) के सहयोग से पुणे स्थित आर्मामेंट आरएंडडी इस्टैब्लिशमेंट (एआरडीई) द्वारा किया गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफल उपलब्धि के लिए डीआरडीओ को बधाई दी। डीडी आरएंडडी तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष ने इस उपलब्धि के लिए डीआरडीओ के कार्मिकों को बधाई दी, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के लिए रास्ता प्रशस्त करती है।