एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के मानव संसाधन व प्रशासन कार्यालय के तत्वावधान में आज शक्तिभवन के केन्द्रीय ग्रंथालय में भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा निधि आपके निकट शिविर आयोजित किया गया। शिविर में राज्य कर्मचारी बीमा निगम के अधिकारियों ने भी उपस्थित हो कर समस्याओं का समाधान किया।
इस अवसर पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त राकेश सहरावत, एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन राजीव गुप्ता, भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त निधि-दो आशीष कुमार, राज्य कर्मचारी बीमा निगम की प्रबंधक सुपर्णा पौनीकर सहित आउटसोर्स कार्मिक, नियोजित ठेकेदारों के प्रतिनिधि एवं भविष्य निधि लाभार्थी उपस्थित थे।
आठ प्रकरण का मौके पर हुआ निराकरण
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त राकेश सहरावत ने कहा कि इस शिविर को आयोजित करने का उद्देश्य विद्युत कंपनियों के भविष्य निधि लाभार्थियों के साथ पूर्व के कार्य प्रभारित कार्मिकों की समस्याओं का तत्काल निराकरण करना है। उन्होंने जानकारी दी कि शिविर में कुल 21 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें आठ का मौके पर निराकरण किया गया और शेष 13 आवेदनों की पूर्ण जांच करने के बाद इनका निराकरण किया जाएगा।
प्रत्येक माह की 27 तारीख को शिविर का आयोजन
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त निधि-दो आशीष कुमार ने कहा कि निधि आपके निकट शिविर का आयोजन प्रत्येक माह की 27 तारीख होता है। शिविर पेंशन की पात्रता, निर्धारण, गणना, अंतिम भुगतान, योजना प्रामण पत्र, ई-नामांकन, डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र एवं पेंशन से संबंधित अन्य मामलों पर केन्द्रित रहता है। इसमें पेंशन की पात्रता एवं पेंशन गणना, पेंशन दावों का निपटान, योजना प्रमाण पत्र जारी किया जाना, पेंशनरों द्वारा ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जमा किया जाना, सदस्यों द्वारा ई-नामांकन किया जाना तथा पेंशन से संबंधित अन्य समस्याओं को शिविर के दौरान प्राथमिकता पर सुना जाता है और यथासम्भव प्रत्येक मामले का त्वरित निराकरण करने का प्रयास किया जाता है।
शंकाओं के निवारण के साथ मिला जानकारी का लाभ
पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक राजीव गुप्ता ने कार्यशाला में प्रारंभिक उद्बोधन में कहा कि इस शिविर को आयोजित करने से विद्युत कंपनियों के आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ विद्युत कंपनियों में पूर्व में कार्य प्रभारित कार्मिकों के रुप में सेवा प्रारंभ करने वाले कार्मिकों की शंकाओं का निवारण हुआ है और उनको इससे लाभ मिला है। शिविर में लगभग 80 पंजीकरण दर्ज किए गए।