कोलकाता, 30 जनवरी (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव से पहले सीएए का मुद्दा उठाने के लिए मंगलवार को एक बार फिर भाजपा की आलोचना की है। उत्तर दिनाजपुर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने दो टूक कहा है कि वह अपने जीवनकाल में राज्य में इसे कभी लागू नहीं होने देंगी। उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज में एक सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम में उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ के लिए नागरिकता (संशोधन) अधिनियम या सीएए का मुद्दा उठाया है।
उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आने के साथ, भाजपा ने फिर से सीएए का मुद्दा उठाया है। यह राजनीतिक लाभ के लिए है। लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि जब तक मैं जीवित हूं, मैं पश्चिम बंगाल में इसके कार्यान्वयन की अनुमति नहीं दूंगी। एक दिन पहले सोमवार को भी कूचबिहार में जनसभा के दौरान उन्होंने सीएए को भाजपा का चुनावी एजेंडा करार दिया था।
उनकी टिप्पणी केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता शांतनु ठाकुर के हालिया बयान के बाद आई है, जिसमें ठाकुर ने गत रविवार को दावा किया है कि सीएए को एक सप्ताह के भीतर पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा। रविवार को दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप में एक सार्वजनिक सभा के दौरान दिए गए ठाकुर के बयान के बाद देश भर में संशोधित नागरिकता अधिनियम के क्रियान्वयन को लेकर चर्चा छिड़ गई है।
मंगलवार को एक बार फिर इस पर तीखी नाराजगी जताते हुए ममता ने लोगों से तृणमूल के पक्ष में एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि बंगाल में माकपा, कांग्रेस और भाजपा तीनों ने मिलकर गठजोड़ बनाया है। केवल तृणमूल कांग्रेस लोगों के अधिकार के लिए लड़ रही है। इसलिए आपको हमारा साथ देना होगा।