कोलकाता (हि.स.) । दो दिन पहले ही बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंडी गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इसके बाद कांग्रेस उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है इस बीच बंगाल सरकार ने सूबे में प्रवेश कर चुकी कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान सिलीगुड़ी में होने वाली जनसभा के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इसे लेकर एक बार फिर तकरार बढ़ने के आसार हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने गणतंत्र दिवस के दिन शुक्रवार को इसे लेकर राज्य प्रशासन पर सवाल खड़ा किया। हालांकि उन्होंने ममता बनर्जी का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि राहुल गांधी की यात्रा की शुरुआत से ही इसे रोकने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत राहुल गांधी को जनसभा की इजाजत नहीं मिली है।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “मणिपुर में राहुल गांधी को सार्वजनिक बैठक करने की अनुमति नहीं दी गई। हमें मणिपुर के बाहर एक निजी संपत्ति पर जनसभा को आयोजित करना पड़ा। असम में सरकार के आदेश पर कई पुलिसकर्मियों ने यात्रा पर हमला किया। पश्चिम बंगाल में हमने सिलीगुड़ी में रैली करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया। यह न्याय यात्रा देश के लोगों के लिए है। यह किसी के समर्थन या विरोध में नहीं है।
अधीर रंजन ने कहा, बंगाल में हमने छोटा सा निवेदन किया था। हमने जनसभा की अनुमति मांगी थी। लेकिन प्रशासन ने इसके लिए अनुमति नहीं दी। उन्होंने कहा, बंगाल में अगर सत्ताधारी पार्टी के विरोध में कुछ होता है तो पुलिस तुरंत एक्शन ले लेती है।
उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी के गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें फोन पर बात कर मनाने की कोशिश की है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने दोहराया है कि ममता बनर्जी गठबंधन की सह निर्माता हैं। उन्हें साथ रखने के लिए बीच का रास्ता अपनाया जाएगा। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इस मामले में अभी तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है।