एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के जनसम्पर्क कार्यालय में आज रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के संचार अध्ययन एवं शोध विभाग के बीए मास कम्युनिकेशन द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को डिजीटल एसएलआर कैमरे की बारीकियां और फोटोग्राफी के सैद्धांतिक व व्यावहारिक पक्ष की जानकारी दी गई। कम्युनिकेशन विद्यार्थी इन दिनों शक्तिभवन में कार्य अनुभव का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
फोटोग्राफी की तकनीक के साथ सैद्धांतिक गूढ़ता
वरिष्ठ छायाकार अजय धाबर्डे ने विद्यार्थियों को डिजीटल एसएलआर कैमरे के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि नवोदित छायाकार को तकनीक के साथ जिस माध्यम से वे छायांकन कर रहे हैं उसके सैद्धांतिक तत्व को जानना भी जरूरी है। वरिष्ठ छायाकार ने कम्युनिकेशन विद्यार्थियों को कैमरे के स्पीड अपर्चर, आईएसओ, वाइट बैलेंस की सूक्ष्म जानकारी दी। अजय धाबर्डे ने कहा कि कैमरे का आईएसओ संवेदनशीलता को शूटिंग सेटिंग्स मेनू को बदल देता है। विद्यार्थियों को फोटोग्राफी कम्पोजिशन की जानकारी देते हुए बताया गया कि मुख्य फ्रेम के अतिरिक्त अन्य अनावश्यक विषयों को हटा देना चाहिए।
मोबाइल से कैसे होती है उत्कृष्ट फोटोग्राफी
अजय धाबर्डे ने विद्यार्थियों को मोबाइल फोन से उत्कृष्ट फोटोग्राफी करने की जानकारी दी। विद्यार्थियों को बताया गया कि डिजीटल एसएलआर कैमरे की तरह ही मोबाइल फोन के कैमरे में आईएसओ, वाइट बैलेंस व स्पीड को परिवर्तित कर के उत्कृष्ट फोटोग्राफी की जा सकती है।
कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली से अवगत हुए विद्यार्थी
कम्युनिकेशन विद्यार्थियों कार्य प्रशिक्षण सत्र में पावर मैनेजमेंट कंट्रोल रूम का अवलोकन कर वहां की कार्य प्रणाली को भी समझा। मुख्य महाप्रबंधक पीके जैन व महाप्रबंधक जेएस पसरीचा ने विद्यार्थियों को कंट्रोल रूम की कार्य प्रणाली और इसकी महत्ता व भूमिका के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
कार्य अनुभव प्रशिक्षण सत्र का संयोजन व समन्वय संचार अध्ययन एवं शोध विभागाध्यक्ष प्रो. धीरेन्द्र पाठक व अतिथि व्याख्याता डॉ. संजीव श्रीवास्तव कर रहे है। कार्य अनुभव प्रशिक्षण सत्र के प्रतिभागी वासु मरावी, अनुष्का तिवारी, अंजली कोष्टा, कल्पना त्रिपाठी, मीना मरकाम, शालिनी गुप्ता, प्राची पटेल, अमित कुमार बेन, धर्म गौतम व दिव्यांशु विश्वकर्मा हैं।