नई दिल्ली (हि.स.)। केंद्र सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास के तहत तीन सेमीकंडक्टर इकाइयों की स्थापना को मंजूरी प्रदान की है। अगले 100 दिनों के भीतर तीनों इकाइयों का निर्माण शुरू हो जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इन इकाइयों की स्थापना को मंजूरी दी गई। देश में सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास के लिए कार्यक्रम कुल 76 हजार करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 21 दिसंबर 2021 को अधिसूचित किया गया था।
मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी देते हुए रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि ये इकाइयां 20 हजार उन्नत प्रौद्योगिकी नौकरियों का प्रत्यक्ष रोजगार और लगभग 60 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेंगी। ये इकाइयां डाउनस्ट्रीम ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, दूरसंचार विनिर्माण, औद्योगिक विनिर्माण और अन्य सेमीकंडक्टर उपभोक्ता उद्योगों में रोजगार सृजन में तेजी लाएंगी।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीईपीएल) ताइवान के पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्प (पीएसएमसी) के साथ साझेदारी में एक सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करेगी। इस फैब का निर्माण गुजरात के धोलेरा में किया जाएगा। इस फैब में 91 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा।
टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड (टीएसएटी) असम के मोरीगांव में एक सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित करेगी। यह इकाई 27 हजार करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित की जाएगी। टीएसएटी सेमीकंडक्टर फ्लिप चिप और आईएसआईपी (पैकेज में एकीकृत प्रणाली) प्रौद्योगिकियों सहित स्वदेशी उन्नत सेमीकंडक्टर पैकेजिंग प्रौद्योगिकियों का विकास कर रहा है। इकाई 4.8 करोड़ प्रति दिन बनाएगी। ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रिक वाहन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार, मोबाइल फोन आदि क्षेत्र कवर होंगे।
सीजी पावर, रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन (जापान) और स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स (थाईलैंड) के साथ साझेदारी में गुजरात के साणंद में एक सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित करेगा। यह इकाई 76 सौ करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित की जाएगी। सीजी पावर सेमीकंडक्टर यूनिट उपभोक्ता, औद्योगिक, ऑटोमोटिव और बिजली अनुप्रयोगों के लिए प्रतिदिन 1.5 करोड़ चिप्स का निर्माण करेगी।