मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में जमीनी स्तर पर विद्युत कर्मियों की बेतहाशा कमी है, ऐसे में कंपनी प्रबंधन नियमित, संविदा तथा ठेका श्रमिकों से अवकाश के भी ड्यूटी करवा रहा है।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री हरेन्द्र श्रीवास्तव का कहना है कि कर्मचारियों को सप्ताह में एक दिन का रेस्ट जरूरी है, ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। लेकिन पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन जमीनी कर्मियों से हर दिन ड्यूटी करवा रहा है, जो कि श्रम नियमों और मानव अधिकारों का घोर उल्लंघन है।
उन्होंने बताया कि पूर्व क्षेत्र कम्पनी में नियमित कर्मचारियों की कमी अनेक वर्षों से बनी हुई है। उसकी पूर्ति करने के लिए जमीनी अधिकारी राजस्व वसूली, मेंटेनेंस, कंप्लेन अटैंड, ब्रेक डाउन, शटडाउन आदि आपातकालीन कार्यों के लिए साप्ताहिक अवकाश, राष्ट्रीय अवकाश, ऐच्छिक अवकाश के दिनों में भी नियमित, संविदा एवं ठेका श्रमिक से ड्यूटी कराते हैं।
उन्होंने कहा कि विद्युत कर्मियों से अवकाश के दिनों में ड्यूटी तो करा ली जाती है, लेकिन दोगुनी दर से वेतन नहीं दिया जा रहा है। संघ के रमेश रजक, केएन लोखंडे, एसके मौर्या, जेके कोष्टा, अरुण मालवीय, शशि उपाध्याय, इंद्रपाल, महेंद्र पटेल, संजय वर्मा, कमलेश नामदेव, राम शंकर, टी डेविड, दशरथ शर्मा, अमीन अंसारी, राजेश यादव, वीरेन्द्र विश्वकर्मा आदि ने कंपनी प्रबंधन से मांग की है कि श्रम नियमों के अनुसार अवकाश के दिनों में कार्य करने वाले कर्मियों को दोगुनी दर से वेतन दिया जाए।