मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारी जहां नौकरी के दौरान अपनी अनेक मांगों के लिए परेशान हैं, वहीं कंपनी प्रबंधन की लापरवाही, हीलाहवाली और अमानवीयता के कारण रिटायर होने के बाद भी उनकी परेशानी खत्म नहीं हो रही है।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ ने पूर्व क्षेत्र कम्पनी प्रबंधन से कहा है कि रामपुर स्थित आरओ ऑफिस में लगातार सेवानिवृत कर्मचारी एवं विधवा महिलाएं अपने पैसों के भुगतान को लेकर परेशान हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
संघ के प्रांतीय महामंत्री हरेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि रिटायर कर्मचारी और मृत कर्मियों की विधवाएं लगभग 8 माह से ग्रेच्युटी जीपीएफ, बेची गई पेंशन का पैसा ना मिलने से परेशान हैं।
उन्होंने बताया कि विधवा महिलाएं, जिनको लगभग 6 माह से पेंशन ना मिलने से इनकी दीपावली फीकी रही। इन्होंने हर त्यौहार क़र्ज़ लेकर मनाया हैं।
पहला मामला- राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, सेवानिवृत्त कटनी, इन्होंने फरवरी 2019 को पेंशन बेची। जिसका पैसा 9 लाख 27 हजार मिलना था। आरओ ऑफिस के 20 माह से चक्कर लगा रहे हैं। एक बार इनकी फाइल गम हो चुकी ही हैं।
दूसरा मामला- राम सेवक चौबे सेवानिवृत्त, जबलपुर के जेसु पूर्व संभाग में पदस्थ थे। ग्रेच्युटी का पैसा 1लाख 21 हजार रुपये मिलना है। आरओ ऑफिस के लगातार चक्कर लगा रहे हैं। 13 फरवरी 2020 को फाइल जमा की है, इनकी सबसे छोटी लड़की की शादी 11 दिसंबर 2020 को है।
तीसरा मामला- सरिता सोंधिया पति विनय सोंधिया, पश्चिम संभाग में पदस्थ थे। जून माह से पेंशन के लिए भटक रही हैं। 6 माह हो गए लेकिन एक पैसा नहीं मिला।
चौथा मामला- माया वाल्मीक पति सुनील वाल्मीक, एसटीसी संभाग नया गांव में पदस्थ थे। 4 माह से पेंशन और ग्रेच्युटी का पैसा मिला ही नहीं है। राशि नहीं मिलने से आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है।
तकनीकी कर्मचारी संघ के जेके कोष्टा, रमेश रजक, एसके मौर्या, केएन लोखंडे, अजय कश्यप, राजकुमार सैनी, मोहन दुबे, अरुण मालवीय, शशि उपाध्याय, खयाली राम, राम शंकर, वीरेन्द्र विश्वकर्मा, दशरथ शर्मा, टी डेविड, मदन पटेल, राकेश नामदेव, हिरेंद्र रोहिताश आदि के द्वारा पूर्व क्षेत्र कम्पनी प्रबंधन से जीपीएफ, ग्रेज्युटी की राशि एवं पेंशन यथाशीघ्र दिलाए जाने की मांग की हैं।