लखनऊ (हि.स.)। उप्र में तीसरे चरण के चुनाव के लिए 10 सीटों पर 7 मई को मतदान होगा। पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में महिला उम्मीदवारों की दावेदारी में कमी आई है। प्रमुख राजनीतिक दलों ने भी महिला उम्मीदवारों का टिकट देने में दरियादिली नहीं दिखाई।
बता दें, पिछले चुनाव में 10 सीटों में केवल बदायूं सीट से महिला उम्मीदवार जीतकर संसद की दहलीज पार कर पाई थी।
2019 में थी 13 महिलाएं उम्मीदवार
तीसरे चरण में जिन दस सीटों पर चुनाव होना है उनमें संभल, हाथरस (अ0जा0), आगरा (अ0जा0), फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली शामिल हैं। 2019 के चुनाव में कुल 115 उम्मीदवारों में से 13 महिलाएं थी। इस चुनाव में संभल सीट से 1, आगरा से 2, फतेहपुर सीकरी से 2, एटा और बदायूं से 1-1, और बरेली व आंवाला से 3-3 महिला प्रत्याशी मैदान में थीं। हाथरस (अ0जा0), फिरोजाबाद और मैनपुरी से कोई महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में नहीं थी
2019 के चुनाव आंकड़ों के मुताबिक, बदायूं संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार डॉ. संघप्रिया गौतम ने जीत हासिल की थी। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार प्रीता हरित आगरा से चुनाव मैदान में थी। प्रीता हरित तीसरे स्थान पर रही। 2022 में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट पर हुए उपुचनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) की डिम्पल यादव ने जीत हासिल की थी। आंवला सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार रुचिवीरा रनर रहीं।
2024 के चुनाव में घट गई दावेदारी
2024 के आम चुनाव में तीसरे चरण की 10 सीटों पर कुल 100 उम्मीदवारों में नौ महिलाएं हैं। पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में चार महिला उम्मीदवार घट गए हैं। प्रमुख राजनीतिक दलों की महिला उम्मीदवारों की बात की जाए तो सपा ने मैनपुरी से डिंपल यादव को मैदान में उतारा है। इसके अलावा किसी प्रमुख दल ने महिला उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, आगरा (अ0जा0), फतेहपुर सीकरी और फिरोजबाद सीट से 1-1, मैनपुरी और बदायूं से 2-2, आंवला और बरेली से 1-1 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं। संभल, हाथरस (अ0जा0) और एटा तीन सीटों से कोई महिला प्रत्याशी मैदान में नहीं है।