प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस का बार-बार बदलते स्वरूप से आने वाले चुनौतियों से निपटने के लिए हमें देश की तैयारियों को बढ़ाना होगा।
उन्होंने कहा कि इसी लक्ष्य के साथ देश में आज एक लाख फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स तैयार करने का महाअभियान शुरू हो रहा है, आज देश के सुदूर-सुदूर में अस्पतालों तक वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स पहुंचाने का तेज गति से प्रयास किया जा रहा है। 1500 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट्स बनाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से लड़ रही वर्तमान फोर्स को सपोर्ट करने के लिए देश में करीब 1 लाख युवाओं को ट्रेन करने का लक्ष्य रखा गया है। ये कोर्स 2-3 महीने में ही पूरा हो जाएगा। इसलिए ये लोग तुरंत काम के लिए उपलब्ध भी हो जाएंगें। आज 6 नए क्रैश कोर्स प्रारंभ किए जा रहे हैं। इसमें नए युवाओं की स्किलिंग भी होगी और जो पहले से ट्रेंड हो चुके युवाओं की उपस्किलिंग भी होगी। इससे कोविड से लड़ रही फ्रंटलाइन फोर्स को नई ऊर्जा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।
उन्होंने कहा कि हेल्थकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत, उम्मीदवारों को नि:शुल्क ट्रेनिंग, स्किल इंडिया का सर्टिफिकेट प्राप्त, भोजन व आवास, काम पर प्रशिक्षण के साथ स्टाइपेंड एवं प्रमाणित उम्मीदवारों को 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा प्राप्त होगा। स्किल, रीस्किल और अपस्किल के महत्व को समझते हुए देश में स्किल इंडिया मिशन शुरू किया गया। आज यह हर साल लाखों युवाओं को आज की जरुरत के हिसाब से ट्रेनिंग देने में बहुत बड़ी मदद कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 हेल्थकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत, उम्मीदवारों को न सिर्फ पाठ्यक्रम के अंतर्गत मान्यता मिलेगी बल्कि उनको रोजग़ार पाने के बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे। स्किल इंडिया की इस इस योजना को हेल्थकेयर सेक्टर और हमारे सेक्टर स्किल काउंसिल के विशेषज्ञों ने साथ मिलकर विकसित किया है। बाद में इसे राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा अनुमोदित किया गया।