भारत सरकार के विद्युत सचिव पंकज अग्रवाल ने आज गुरुवार 23 मई को एमपी की विद्युत कंपनियों के मुख्यालय शक्तिभवन जबलपुर में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की आरडीएसएस, मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी की नयी विद्युत परियोजनाओं और स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर की साइबर सिक्योरिटी की समीक्षा की।
इस अवसर पर पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी, पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह, पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी, पीएफसी के कार्यपालक निदेशक आरडीएसएस सौरव कुमार शाह, पीएफसी के वरिष्ठ प्रबंधकद्वय अंकुश गोयल, श्रवण रंजन, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन नीता राठौर व विद्युत कंपनियों के वरिष्ठ अभियंता उपस्थित थे।
भारत सरकार के विद्युत सचिव पंकज अग्रवाल ने पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के द्वारा आरडीएसएस के अंतर्गत नये सब स्टेशनों, नये डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मरों, केपेसिटर बैंक, एचटी लाइन, कृषि फीडर सेपरेशन के कार्य व अद्यतन विकास की जानकारी ली। विद्युत सचिव ने स्मार्ट मीटर लगाये जाने की प्रगति ली। पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी ने जीआईएस एप्लीकेशन, सेंट्रल इनवाइसिंग सिस्ट्म व विशेष जनजाति समूह के लिये किये गये विद्युत विकास के कार्यों की जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की।
पंकज अग्रवाल ने बैठक में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों के प्लांट लोड फेक्टर, प्लांट अवेबिलिटी फेक्टर, हीट रेट, ऑक्जलरी कंजम्पशन, विशिष्ट तेल खपत की स्थिति की जानकारी ली। विद्युत सचिव ने ताप विद्युत गृहों में कोयले की स्थिति पर भी चर्चा की। पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह ने विद्युत सचिव को नये ताप विद्युत गृहों की स्थापना संबंधी एक प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया और कुछ कठिनाईयों की जानकारी दी। विद्युत सचिव ने आश्वस्त किया कि किसी भी प्रकार की कठिनाई का समाधान शीघ्र किया जायेगा।
विद्युत सचिव ने स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर की सायबर सिक्योरिटी के लिये उठाये गये कदमों की जानकारी लेते हुए कहा कि समय समय पर पूरे सिस्ट्म को अपडेट करना सबसे जरूरी है। पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने लोड डिस्पेच सेंटर में सायबर सिक्योरिटी के लिए उठाये कार्यों व अद्यतन प्रगति से विद्युत सचिव को अवगत करवाते हुए जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में लोड डिस्पेच सेंटर में सायबर सिक्योरिटी की दिशा में किये गये कार्यों को आदर्श मानते हुए दूसरे राज्य अपने लोड डिस्पेच सेंटर में उन्हें क्रियान्वित कर रहे हैं।