प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आज नई दिल्ली में आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान का शुभारंभ किया। इसके अंतर्गत पलायन करके आए कामगारों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ स्थानीय उद्यम को बढ़ावा दिया जाएगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण होने वाली कठिनाइयों को पार करने में हर कोई सक्षम होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक इसका कोई टीका नहीं मिलता है, तब तक दो गज की दूरी को बनाए रखना, चेहरे को मास्क से ढंकना सबसे अच्छी सावधानी है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि किस तरह से उत्तर प्रदेश ने आपदा को अवसर में बदल दिया है, जिस तरह से लोग इस महामारी के दौरान लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों को भी ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोज़गार अभियान’ से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और इससे प्रेरित होंगे।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश द्वारा दिखाए गए साहस और बुद्धिमानी की सराहना की, जब दुनिया कोरोना के कारण इतने बड़े संकट में है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से राज्य सफल हुआ और जिस तरह से स्थिति को संभाला वह अभूतपूर्व है और प्रशंसनीय है।
प्रधानमंत्री ने यूपी में डॉक्टरों, अर्द्ध चिकित्सा कर्मचारियों, स्वच्छता कर्मचारियों, पुलिस, आशाओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, बैंकों और डाकघरों, परिवहन सेवाओं, श्रमिकों के योगदान की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने सैकड़ों श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों की सुविधा प्रदान करके, राज्य के प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने के लिए यूपी सरकार की सराहना की।
उन्होंने कहा कि देश भर से 30 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक पिछले कुछ हफ्तों में उत्तर प्रदेश में अपने गांव लौट आए। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्थिति की गंभीरता को समझा और उनकी सरकार ने इस स्थिति को देखते हुए युद्धस्तर पर काम किया।
प्रधानमंत्री ने यूपी सरकार के अभूतपूर्व कार्य की सराहना करते हुए कहा कि उसने सुनिश्चित किया कि कोई गरीब भूखा न जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत गरीबों और प्रवासी श्रमिकों को मुफ्त में राशन मुहैया कराने में उत्तर प्रदेश सरकार ने बेहद तत्परता से काम किया है। इसका लाभ उन लोगों को भी दिया गया जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, उत्तर प्रदेश की 75 लाख गरीब महिलाओं के जन धन खाते में लगभग 5 हजार करोड़ रुपये सीधे हस्तांतरित किए गए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब कल्याण रोज़गार अभियान की तरह उत्तर प्रदेश भारत को तेज गति के साथ आत्मनिर्भरता के रास्ते पर ले जाने के अभियान में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत, श्रमिकों की आय बढ़ाने के लिए गाँवों में कई कार्य शुरू किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें से लगभग 60 लाख लोगों को ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं के अंतर्गत एमएसएमई में रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, हजारों लोगों को स्वरोजगार प्रदान करने के लिए मुद्रा योजना के अंतर्गत 10,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है।
श्री मोदी ने कहा कि जब देश भर में आत्मनिर्भर रोजगार अभियान के तहत ऐसे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उद्योगों के समूह बनाए जा रहे हैं, तो उत्तर प्रदेश को काफी फायदा होगा।
प्रधान मंत्री ने हाल ही में कृषि में घोषित सुधारों पर प्रकाश डाला जिसमें किसानों को कानून के तहत विभिन्न बंधनों से मुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि अब किसान भारत में कहीं भी अपनी उपज बेचने के लिए स्वतंत्र हैं और वह अपनी कीमत बुवाई के समय निर्धारित कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे पशुधन के लिए कई नए कदम उठाए जा रहे हैं। पशुधन और डेयरी क्षेत्र के लिए 15 हजार करोड़ रुपये का एक विशेष बुनियादी ढांचा कोष बनाया गया है।
प्रधान मंत्री ने कुशीनगर हवाई अड्डे को एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने का भी उल्लेख किया, जो बौद्ध सर्किट को बढ़ावा देने के संदर्भ में महत्वपूर्ण साबित होगा। इससे पूर्वांचल में हवाई संपर्क मजबूत होगा और देश-विदेश में मौजूद महात्मा बुद्ध के करोड़ों श्रद्धालु आसानी से उत्तर प्रदेश पहुंच सकेंगे।
प्रधान मंत्री ने कहा कि केवल तीन वर्षों में, गरीबों के लिए 30 लाख से अधिक पक्के मकान बनाए गए हैं, यूपी को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है, यूपी सरकार ने पारदर्शी तरीके से 3 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है।
श्री मोदी ने राज्य में शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया और बताया कि पिछले 3 वर्षों में पूर्वांचल क्षेत्र में एन्सेफलाइटिस के रोगियों की संख्या 90 प्रतिशत तक कम हो गई है। प्रधानमंत्री ने बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं में अभूतपूर्व सुधार की बात कही।
प्रधानमंत्री ने विभिन्न लाभार्थियों और हितधारकों के साथ उनके अनुभवों के बारे में बातचीत की, इनमें सुश्री विनीता पाल, जिन्होंने गोंडा में एक स्व सहायता समूह का नेतृत्व किया, श्री तिलक राम, बहराइच जिले से प्रधानमंत्री आवास योजना के एक लाभार्थी, श्री अमरेन्द्र कुमार, संत कबीर नगर जिले के एक उद्यमी शामिल थे। उन्होंने विभिन्न प्रवासी श्रमिकों जैसे श्री कुर्बान अली, मुंबई से लौटे गोरखपुर जिले के श्री नागेंद्र सिंह, जालौन जिले के श्री दीपू के साथ भी बातचीत की।