प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है मध्यप्रदेश को विकास में टॉप पर ले जाने की मोदी की गारंटी है। उन्होने कहा कि लंबे समय तक जो सत्ता में रहे जनजातीय बंधुओं और उनके सम्मानित वीरों, नेताओं को कभी सम्मान नहीं दिया। आजादी के बाद दशकों तक एक ही दल का शासन रहा। आजादी सिर्फ एक ही परिवार के कारण नहीं मिली। हमने सबका सम्मान किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी आज जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर रानी दुर्गावती के स्मारक के भूमिपूजन के पश्चात विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के विभिन्न स्थानों से जुड़ी 12 हजार करोड़ से अधिक राशि की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास भी किए। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, राज्य शासन के अनेक मंत्री, प्रदेश के सांसद और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन महापुरूषों को नहीं भुलाना चाहिए, जिनके त्याग और शौर्य के फलस्वरूप आजादी मिली। पूर्वजों का ऋण चुकाना आवश्यक है। वीरांगना रानी दुर्गावती का जीवन हमें सर्वजन हिताय की सीख देता है। जबलपुर में बनने वाला वीरांगना रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक एवं उद्यान हर माता और हर नौजवान को यहां आने के लिए आकर्षित करेगा और प्रेरणा देगा। यह एक अनोखा यात्रा धाम बनेगा।
जनजातियों को पूरा सम्मान, वंचितों को वरीयता
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि जनजातीय समाज के आजादी के आंदोलन में योगदान का स्मरण किया जा रहा है। यह पवित्र कार्य है। उन्होंने मध्यप्रदेश सहित संपूर्ण जनजातीय समाज और देशवासियों को इस स्मारक के भूमिपूजन पर बधाई देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का भी स्मरण किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि जनजातियों के लिए अटल जी के कार्यकाल में अलग मंत्रालय बनाया गया था। जनजातियों के विकास के लिए बजट भी बढ़ाया गया। सरकार ने जनजातियों का सम्मान सुनिश्चित किया है।
देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद को पहली बार जनजातीय समाज की प्रतिनिधि ने सुशोभित किया है। मैं दुनिया के नेताओं से मिलता हूँ तो उन्हें गोंड चित्रकला के नमूने भेंट करता हूँ। देश में पंचतीर्थ का विकास हुआ है। महू हो अथवा सागर अनुसूचित जाति के महापुरूषों के स्मारक विकसित करना और उन्हें सम्मानित करना हमारी प्रतिबद्धता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि कोई भी राष्ट्र ऐसे स्वतंत्रता दिलवाने वाले नायकों और नायिकाओं पर गर्व करता है। हमारे देश में अनेक क्रांतिकारियों को भुला दिया गया।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बन रहे रानी दुर्गावती स्मारक को देखने देशभर से लोग आएंगे। वंचितों को वरीयता दी गई है। करोड़ों लोगों के लिए गाँव में साफ पानी पहुंचाने का कार्य किया गया है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाया गया। अनुसूचित जाति वर्ग के छोटे किसानों को भी लाभान्वित किया गया। पहले सिर्फ 8 या दस वनोपजों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया गया था। अब केन्द्र सरकार ने 90 से अधिक वन उपज को एम.एस.पी. के दायरे में लाया है। जी-20 की बैठकों में भी विशेष अतिथियों को कोदो और कुटकी जैसे मिलेट के पकवान परोसे गए। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि 13 हजार करोड़ रूपये की प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भी लागू की गई है। गरीबों की सरकार गरीबों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
आन-बान और शान वाला मध्यप्रदेश देखेगी आने वाली पीढ़ी
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। आने वाले 20-25 साल में भी विकास में कोई रूकावट या गिरावट नहीं लौटेगी। मध्यप्रदेश में रहने वाले 25 वर्ष से छोटे लोगों ने प्रगति की ओर बढ़ रहे मध्यप्रदेश को ही देखा है। अब आने वाली पीढ़ी के समक्ष आन-बान और शान वाला मध्यप्रदेश देखने को मिलेगा। मध्यप्रदेश कृषि निर्यात में टाप पर है। अब औद्योगिक विकास में भी आगे लाना है। रोजगार के अवसरों में वृद्धि के साथ ही कई क्षेत्रों में मध्यप्रदेश तेजी से प्रगति कर रहा है। मध्यप्रदेश को नंबर-एक पर ही रखना है। उन्होंने कहा कि देश ने चन्द्रयान छोड़ा।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है। जहां इंदौर में लाईट हाउस प्रोजेक्ट का लोकार्पण हो रहा है। इसमें करीब एक हजार ऐसे पक्के घर बन रहे हैं, जिनमें इनोवेटिव तकनीक का उपयोग किया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने का कि मैं माँ नर्मदा की पुण्य भूमि को प्रणाम करता हूँ। मैं भी माँ नर्मदा की गोद से आया हूँ। जब रानी दुर्गावती गौरव यात्रा के समापन में मध्यप्रदेश आया था, तब आव्हान किया था कि रानी दुर्गावती के स्मारक का पवित्र कार्य होना चाहिए। आज यह भूमिपूजन सम्पन्न हुआ है। जबलपुर का नया रूप देखने को मिल रहा है। महाकौशल में मंगल है, उमंग और उत्साह है।
भारत का परचम दुनिया में लहरा रहा है
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश ने भी खेल के मैदान से खेत तक भारत का परचम लहराने का कार्य किया है। एशियन गेम्स में युवा बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। खेल भी विकसित भारत के निर्माण का जज्बा मजबूत करते हैं। हमारे युवा स्टार्टअप में भी कमाल कर रहे हैं। बीती एक तारीख को स्वच्छता अभियान के अंतर्गत देश के 9 लाख स्थानों पर सफाई के कार्य हुए।
माताओं के लिए हानिकारक धुएं से मुक्ति के लिए लाई गई उज्जवला योजना
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहाकि योजनाओं से किस तरह लोगों का जीवन अच्छा होता है, इसका उदाहरण है उज्जवला योजना। किसी भी परिवार में माँ जब लकड़ी या कोयले को जलाकर खाना पकाती है, तब वह अपने शरीर के लिए हानिकारक धुएं के दुष्प्रभाव से मुक्त नहीं रहती। आज देश में गरीब परिवार की करोड़ों बहनों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन मिला है। रियायती दर पर सिलेंडर भी मिल रहा है। रक्षाबंधन पर सरकार ने बहनों को उपहार दिया।
त्रि-शक्ति ने भ्रष्ट तंत्र को तहस-नहस किया
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सरकारी खजाने को लूटने वालों पर कार्रवाई की गई है। सरकार का संकल्प है कि किसी को सरकारी धन राशि लूटने नहीं दी जाएगी। जन धन, आधार और मोबाइल की त्रि-शक्ति से भ्रष्ट तंत्र को तहस-नहस कर दिया गया। टेक्नोलॉजी का उपयोग कर करीब 11 करोड़ फर्जी नामों को हटाने का कार्य किया गया। इन नामों की वजह से असली हकदारों के स्थानों पर खजाना लूटने वाले लोग हावी हो गए थे। अब वास्तविक गरीबों को पैसा मिल रहा है, जो उन्हें काम आ रहा है। जहां मुफ्त राशन के लिए तीन लाख करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे, ताकि गरीबों का चूल्हा जलता रहे, वहीं पाँच करोड़ परिवार आयुष्मान कार्ड का लाभ ले रहे हैं, इस पर 70 हजार करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं। भारत सरकार ने रियायती दर पर यूरिया उपलब्ध करवाने के लिए 8 लाख करोड़ खर्च किए। किसान सम्मान निधि के अंतर्गत ढाई लाख करोड़ की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा होती है। गरीबों को पक्का घर देने के लिए पांच लाख करोड़ रूपए खर्च किए गए। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि कोरोना के समय भारत ने प्रभावी वैक्सीन बनाई। इसकी दुनियाभर में चर्चा हुई। आजादी के अमृत महोत्सव में सरोवर बनाए गए।
अनेक संस्थाओं के नामकरण जनजातीय नायकों के नाम पर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर उनके चरणों में प्रणाम करते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री मोदी जो भारत के मुकुटमणि हैं और दुनिया को दिशा दिखाने वाले नेता हैं, जनजातीय वीरांगना को नमन करने आए हैं। भारत के स्वाभिमान के प्रतीक वीरों और वीरांगनाओं के स्मारक बनाए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में मंडला मेडिकल कॉलेज का नामकरण शहीद हिरदेशाह और छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम शहीद शंकर शाह के नाम पर किया गया है। भोपाल में रानी कमलापति के नाम पर रेलवे स्टेशन का नामकरण किया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की परम्परा प्रारंभ की। प्रदेश के टंट्या मामा और भीमा नायक सहित अनेक जनजातीय नायकों और नायिकाओं के स्मारक विकसित किए जा रहे हैं। ऐसे शहीद जिन्हें अंग्रेजों ने तोपों के मुंह से बांधकर उड़ा दिया, उनके प्रति मध्यप्रदेश में सम्मान के प्रकटीकरण के लिए स्मारक बनाने का कार्य किया जा रहा है। ऐसे बलिदानियों का बलिदान कभी नहीं भूलाया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट लागू किया गया है, जिससे जनजातियों को जल, जमीन और जंगल के अधिकार मिले हैं। जहाँ तेंदूपत्ता जैसे वन उत्पाद को बेचने और लाभ प्राप्त करने का अधिकार जनजातीय वर्ग को मिल रहा है, वहीं शांति, विवाद निवारण समितियां जनजातीय क्षेत्रों में छोटे-मोटे विवादों को परस्पर चर्चा द्वारा हल कर रही हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गरीब कल्याण का संकल्प लिया है। मध्यप्रदेश में आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्ट्रीट वेण्डर्स के कल्याण, किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना, स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन में अव्वल रहने का कीर्तिमान बनाया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के स्वच्छता मंत्र को भी अपनाया गया है। मध्यप्रदेश इस क्षेत्र में भी देश में अग्रणी है। जल संरक्षण का कार्य भी बेहतर ढंग से हुआ है। कभी मध्यप्रदेश बीमारू राज्य हुआ करता था। यहां प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय 11 हजार रूपए थी, जो अब एक लाख 40 हजार रूपए है। सड़क, बिजली, पेयजल, सिंचाई क्षेत्रों में मध्यप्रदेश ने अभूतपूर्व प्रगति की है। देश को विश्व में महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयासों में मध्यप्रदेश पूरा योगदान देगा।
प्रधानमंत्री ने रानी दुर्गावती स्मारक डाक टिकिट जारी किया
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वीरांगना रानी दुर्गावती स्मारक डाक टिकिट जारी किया और स्मारक सिक्कों का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रानी दुर्गावती स्मारक के संबंध में प्रदर्शित लघु फिल्म भी देखी। स्मारक का निर्माण 21 एकड़ क्षेत्र में किया जाएगा। यहां रानी दुर्गावती की प्रतिमा की स्थापना भी की जाएगी।
परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रमुख रूप से जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया उनमें रानी दुर्गावती स्मारक का भूमिपूजन लागत 100 करोड़ रूपए, जल जीवन मिशन के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण लागत 2 हजार 455 करोड़ रूपए, सड़क परियोजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण लागत 5 हजार 75 करोड़ रूपए, औद्योगिक परियोजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण लागत 3 हजार 15 करोड़ रूपए, लाइट हाउस प्रोजेक्ट इंदौर का लोकार्पण लागत 128 करोड़ रूपए, रेल लाइनों के दोहरीकरण कार्य का लोकार्पण लागत एक हजार 867 करोड़ रूपए शामिल हैं।