अजमेर (हि.स)। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 12वीं साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स का रिजल्ट सोमवार दोपहर करीब सवा बारह बजे जारी कर दिया गया। संभागीय आयुक्त एवं बोर्ड प्रशासक महेश चंद्र शर्मा ने बोर्ड परिणाम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि बोर्ड के इतिहास में कोरोना काल को अपवाद रूप में को छोड़कर यह पहला अवसर है जब बोर्ड ने बारहवीं के तीनों संकायों के परीक्षा परिणाम एक साथ जारी किए हैं। इसके लिए उन्होंने परिणाम तैयार करने वाली बोर्ड की टीम को बधाई दी और विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने बताया कि साइंस में 97.73, कॉमर्स में 98.95 और आर्ट्स में 96.88 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए हैं। तीनों संकाय में लड़कियों का रिजल्ट लड़कों के मुकाबले बेहतर रहा है। पिछले साल की तुलना में इस बार का रिजल्ट अच्छा रहा है।
साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स में लड़कियों का शानदार प्रदर्शन
बोर्ड सचिव कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि तीनों संकाय (साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स) के परिणाम में लड़कियां आगे रहीं। साइंस में लड़कों का परिणाम 97.08 और लड़कियों का 98.90 प्रतिशत रहा। इसी तरह कॉमर्स में छात्रों का परिणाम 98.66 प्रतिशत और छात्राओं का 99.51 प्रतिशत रहा। आर्ट्स में लड़कों का रिजल्ट 91.55 प्रतिशत और लड़कियों का 96.24 प्रतिशत रहा। 12वीं में तीनों विषयों को मिलाकर साढ़े 8 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे।
यह परिणाम बोर्ड की वेबसाइट https://rajeduboard.rajasthan.gov.in/ पर देखे जा सकते हैं।
बोर्ड सचिव ने बताया कि वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा का परिणाम भी जारी किया गया है। इसमें कुल 3671 विद्यार्थी रजिस्टर्ड हैं।
बोर्ड की ओर से यह पहला रिजल्ट होगा। पिछले साल 2023 में पहला रिजल्ट 12वीं साइंस व कॉमर्स का रिजल्ट 18 मई की रात 8 बजे घोषित किया था। आर्ट्स का रिजल्ट 92.35, कॉमर्स का 98.01 और साइंस का रिजल्ट 97.39 प्रतिशत रहा था। पिछले साल आर्ट्स का रिजल्ट 24 मई को घोषित किया गया था। इससे पहले कोरोना काल में जब परीक्षाएं नहीं हुई थीं तब फॉर्मूला के आधार पर तीनों विषयों का रिजल्ट 24 मई 2021 को एक साथ जारी किया गया था। अब यह दूसरी बार है, जब तीनों रिजल्ट एक साथ जारी किए जा सके है।
लोकसभा चुनाव में व्यस्तता से परिणाम में हुआ विलम्ब
उल्लेखनीय है कि 2022 में पहला रिजल्ट परीक्षा समाप्ति के 28 दिन बाद, 2023 में परीक्षा समाप्ति के 37 दिन बाद जारी हुआ था। इस बार रिजल्ट परीक्षा समाप्ति के 47 दिन बाद जारी हो रहा है। इसका कारण लोकसभा चुनाव में टीचर्स व कार्मिकों की व्यस्तता रही।