मिशन ओलंपिक सेल ने 18 नवंबर को अपनी 86वीं बैठक में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के यूनाइटेड किंगडम के लॉफबोरो विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण के प्रस्ताव को मंजूरी दी। नीरज, कोच डॉ क्लॉस बार्टोनिट्ज़ और फिजियोथेरेपिस्ट ईशान मारवाहा के साथ लॉफबोरो में 63 दिनों तक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे और इसके लिए इस सप्ताह के अंत में यूके के लिए रवाना होंगे।
नीरज के अलावा, एमओसी ने बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत, पहलवान दीपक पुनिया और जेवलिन थ्रोअर अनु रानी के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी। किदांबी श्रीकांत जहां अपने कोच और फिजियोथेरेपिस्ट के साथ इंडोनेशिया के जकार्ता स्थित प्रिज्मा स्पोर्ट्स क्लब में 29 दिनों तक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, वहीं पहलवान दीपक पुनिया अपने फिजियोथेरेपिस्ट के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के मिशिगन में 34 दिनों तक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। जेवलिन थ्रोअर और कॉमनवेल्थ गेम्स की पदक विजेता अनु रानी, अपने फिजियोथेरेपिस्ट के साथ जर्मनी के लीचथलेटिक-जेमिनशाफ्ट ऑफेनबर्ग में कोच वर्नर डेनियल, जिन्होंने पहले नीरज चोपड़ा को भी प्रशिक्षित किया था, के अधीन प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी।
इन प्रशिक्षणों के लिए फंडिंग भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के तहत प्रदान की जाएगी और इसमें खिलाड़ी एवं उनके सहयोगी स्टाफ की उड़ान, आवास, स्थानीय यात्रा और अन्य खर्चों के साथ भोजन की लागत शामिल होगी। टॉप्स प्रत्येक एथलीट को उनके प्रवास के दौरान किसी भी अन्य खर्च के लिए प्रति दिन 50 अमेरिकी डॉलर का आउट-ऑफ-पॉकेट भत्ता भी प्रदान करेगा।
उपर्युक्त सभी एथलीटों के प्रशिक्षण की कुल अनुमानित लागत लगभग 94 लाख रुपये होगी, जिसे युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय खेल विकास कोष के तहत प्रदान किया जाएगा।