टीवी सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ करीब 17 साल से दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है। इस सीरीज की कहानी के साथ-साथ किरदारों को भी दर्शक खूब पसंद करते हैं। ये सीरीज पिछले कुछ दिनों से विवादों में घिरी हुई है। एक के बाद एक कलाकार सीरीज छोड़ते नजर आ रहे हैं। हाल ही में सोनू भिड़े का किरदार निभाने वाली पलक सिधवानी ने सीरियल को अलविदा कह दिया है। एक तरफ सीरियल के मेकर्स पलक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ एक्ट्रेस ने उन पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
पलक ने प्रोड्यूसर्स पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था
पलक सिधवानी और उनकी टीम ने एक लंबा बयान जारी किया है। इस बयान में उन्होंने तारक मेहता का उल्टा चश्मा सीरीज को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पलक ने मेकर्स पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उन्हें 14 सितंबर को सेट पर पैनिक अटैक आया था। इसके बाद उन्हें डॉक्टर के पास जाना पड़ा। पैनिक अटैक के बाद डॉक्टरों ने पलक को बेड रेस्ट की सलाह दी थी। इसके बावजूद प्रोड्यूसर्स ने उन्हें ये सीन करने के लिए मजबूर किया।अपने बयान में पलक सिधवानी ने कहा कि 2019 में जब सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शुरू हुआ तो उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया। अनुबंध पढ़ने का समय भी नहीं दिया। उन्होंने कई बार ये कॉन्ट्रैक्ट मांगा लेकिन प्रोडक्शन हाउस ने देने से इनकार कर दिया।
प्रोड्यूसर्स ने पलक के पैसे डुबा दिए हैं
पलक ने अपने बयान में यह भी कहा कि 18 सितंबर को उनकी मेकर्स के साथ मीटिंग हुई थी। उन्होंने कहा कि अनुबंध का उल्लंघन हुआ क्योंकि वह शो का हिस्सा होने के बावजूद विज्ञापन कर रही थीं। इस मुलाकात के दौरान प्रोडक्शन हाउस ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट को बंद करने और उनके करियर को पूरी तरह से बर्बाद करने की धमकी भी दी। तभी से पलक सदमे में है। इतना ही नहीं, पलक के जवाब में कहा गया है कि उन्हें अब तक 21 लाख से ज्यादा का बकाया नहीं दिया गया है। पलक सिधवानी के इन आरोपों पर अभी तक मेकर्स की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।