देश में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेनदेन मात्रा के संदर्भ में 147 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से वित्त वर्ष 2017-18 के 92 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 8,375 करोड़ हो गया है।
इसी तरह यूपीआई लेनदेन वित्त वर्ष 2017-18 के एक लाख करोड़ रुपए की तुलना में 168 प्रतिशत की सीएजीआर की दर से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 139 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया।
यूपीआई ने चालू वित्त वर्ष के दौरान 11 दिसंबर 2023 तक 8,572 करोड़ लेनदेन हासिल किए हैं। यूपीआई देश में डिजिटल भुगतान लेनदेन की समग्र वृद्धि में प्रमुख प्रेरक शक्ति रही है, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 62 प्रतिशत डिजिटल भुगतान लेनदेन के लिए उत्तरदायी है।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने आज लोकसभा में एक अतारांकित प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि प्रचलन में विद्यमान बैंक नोटों के मूल्य में वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 9.9 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2022-23 में 7.8 प्रतिशत पर आ गई।