मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ जिला संयोजक अटल उपाध्याय ने आरोप लगाया है कि पेंशन कार्यालय में भारी लूट-खसोट मची हुई है, पेंशन के लिए रिटायर कर्मचारियों को दर दर भटकाया जा रहा है। कुछ अधिकारी अपनी मनमानी के कारण सेवानिवृत कर्मी को दर-दर भटका रहे हैं। संघ के जिला सह संयोजक देवेंद्र पचौरी, आलोक अग्निहोत्री ने पेंशन कार्यालय के इस कार्य को शासन की छवि खराब करने वाली कार्यवाही बताया है।
जारी प्रेस नोट में बताया है कि कुछ अधिकारियों के कर्मचारी विरोधी इस कार्य पर तत्काल रोक लगना चाहिए। आपत्ति कंप्यूटर में दर्ज नहीं की जा रही, आपको अधिक भुगतान हो गया या गलत फिक्सेसन हुआ है, समयमान वेतन गलत लगाया गया है, जन्म तिथि, नियुक्ति तिथि में धुंधला दिखाई दे रहा है, बिना प्रमाण के आपत्ति लगाई जा रही है, आपत्ति कंप्यूटर में नहीं दिखाई देती है, नियमों को न मानने वाले पेंशन कार्यलय के अधिकारी बेखौफ होकर परेशान कर रहे हैं, पेंशन कार्यालय के अधिकारियों को अनेक बार परेशान कर्मचारी जानकारी दे चुके हैं, लेकिन सुधार नहीं हो रहा है।
शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारी कई महीनों से भटकने के लिए मजबूर हैं, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल संसाधन, वन, राजस्व, आईटीआई, महिला एवं बाल विकास विभाग के सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षक, स्वास्थ कर्मचारी, एकाउंटेंट, कार्यभारित स्थापना के वाहन चालक, ट्रेसर, मानचित्रकार, चौकीदार, समयपाल, लिपिक, चपरासी, उपयंत्री एवं खानसामा के पेंशन प्रकरणों का निराकरण बिना परेशान किए नहीं किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के जिला संयोजक अटल उपाध्याय, रजनीश पांडे, प्रशांत सोंधिया, बीरेंद्र तिवारी, राजू मस्के, इंद्रप्रताप यादव, अर्जन सोमवंसी, विनय नामदेव, केजी पाठक, बृजेश मिश्रा, अजय दुबे, योगेन्द्र मिश्रा, सतीश उपाध्याय, विनय नामदेव ने पेंशन कार्यालय में आपत्ति लगाने की प्रविष्टि कंप्यूटर में करके सार्वजनिक करने के साथ ही शासन के आदेश के अनुसार सेवानिवृत होने के पश्चात तत्काल पेंशन प्रकरण निराकृत करने की मांग की है।