रेल, कोयला, वित्त तथा कारपोरेट मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने स्टेशन स्वच्छता पर भारतीय गुणवत्ता परिषद द्वारा किए गए सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की है। इस अवसर पर रेल बोर्ड के सदस्य, भारतीय गुणवत्ता परिषद के अध्यक्ष तथा रेल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। स्वच्छता का स्तर बढ़ाने के लिए स्टेशनों के गंदे स्थानों, स्वच्छता अंतरालों की पहचान करके रेलवे का यह तीसरा अंकेक्षण सह-सर्वेक्षण है ताकि स्वच्छता के मानकों में सुधार किया जा सके और विभिन्न रेलवे स्टेशनों के बीच स्वच्छता के मामले में स्पर्धा की भावना बढ़ाई जा सके।
इस अवसर पर पीयूष गोयल ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लांच किया गया स्वच्छ भारत अभियान महात्मा गांधी के प्रति सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है। उऩ्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान स्वच्छता कवरेज बढ़ा है। 2014 में जहां स्वच्छता कवरेज 38 प्रतिशत था, वहीं यह बढ़कर 2018 में 83 प्रतिशत तक हो गया है। रेल मंत्री ने बताया कि भारतीय रेल स्वच्छता, समयपालन और यात्रियों के लिए कैटरिंग सेवाओं को प्राथमिकता दे रही है। पिछले चार वर्षों में स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत अभियान से प्रतीक्षा क्षेत्र प्लेटफॉर्मों, ट्रेनों, शौचालयों तथा स्टेशनों पर पार्किंग की स्वच्छता में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।
रेल मंत्री ने कहा कि स्टेशनों की स्वच्छता रैंकिंग बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्टेशनों के लिए केवल पुरस्कार नहीं है, बल्कि उन स्टेशनों के लिए भी बढ़ावा है जो रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर नहीं पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि भारतीय गुणवत्ता द्वारा इस वर्ष की गई स्वच्छता रैंकिंग से यह जाहिर होता है कि ए-1 श्रेणी के स्टेशनों में शीर्ष पर राजस्थान में उत्तर-पश्चिम रेलवे के दो महत्वपूर्ण पर्यटक स्टेशन जोधपुर (प्रथम स्थान) तथा जयपुर (द्वितीय स्थान) हैं।
दक्षिण मध्य रेलवे में एक अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्टेशन तिरुपति को रैंकिंग में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। ए श्रेणी के स्टेशनों में मारवाड़ स्टेशन पहले स्थान पर और फुलेरा स्टेशन दूसरे स्थान पर है। दोनों स्टेशन राजस्थान में उत्तर-पश्चिम रेलवे में आते हैं। तीसरा स्थान तेलंगाना में दक्षिण-मध्य रेलवे के वारंगल स्टेशन को प्राप्त हुआ है। स्वच्छता पर तीसरे पक्ष द्वारा किए गए अंकेक्षण-सर्वेक्षण की तीसरी रिपोर्ट में 407 स्टेशन कवर किए गए हैं, इनमें से 75 स्टेशन ए-1 श्रेणी में हैं तथा 332 स्टेशन ए श्रेणी में हैं।
ए-1 श्रेणी स्टेशन (75 में से)
पहला: जोधपुर / उत्तर-पश्चिमी रेलवे
दूसरा: जयपुर / उत्तर-पश्चिमी रेलवे
तीसरा: तिरुपति / दक्षिण-मध्य रेलवे
एक श्रेणी स्टेशन (कुल 332 में से)
पहला: मारवाड़ / उत्तर पश्चिमी रेलवे
दूसरा: फुलेरा / उत्तर-पश्चिमी रेलवे
तीसरा: वारंगल / दक्षिण-मध्य रेलवे
क्षेत्रीय रेलवे रैंकिंग:
पहला: उत्तर पश्चिमी रेलवे
दूसरा: दक्षिण मध्य रेलवे
तीसरा: पूर्वी तट रेलवे